बेंगलुरु: कांग्रेस (Congress) के बागी विधायकों ने बेंगलुरु में ऐलान किया है कि वे केंद्रीय सुरक्षा बल के संरक्षण में भोपाल जाने के लिए तैयार हैं. सभी विधायक बेंगलुरु स्वेच्छा से आए हैं और न तो किसी ने बंधक बनाया है और न ही किसी का दबाव है. विधायकों ने अभी बीजेपी में जाने का फैसला नहीं लिया है. बेंगलुरु में कांग्रेस के विधायक डेरा डाले हुए हैं, सिंधिया समर्थक 22 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं. इनमें से छह विधायकों के इस्तीफे मंजूर किए जा चुके हैं. बेंगलुरु में जमा विधायकों ने मंगलवार की सुबह मीडिया के सामने आकर अपनी बात कही. गोविंद सिंह राजपूत, राजवर्धन सिंह, एंदल सिंह कंसाना, तुलसी राम सिलावट, इमरती देवी, बिसाहू लाल सिंह सहित विधायकों ने मुख्यमंत्री कमल नाथ पर जमकर हमले बोले.
विधायकों का दावा है कि वे किसी के दबाव में नहीं है, उन्हें किसी ने बंधक नहीं बनाया है. राज्य की सुरक्षा पर उन्हें भरोसा नहीं है, केंद्रीय सुरक्षा बल के संरक्षण में भोपाल जाने तैयार हैं. जब ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) पर भोपाल में हमला हो सकता है, तो हमारा क्या होगा. यह सवाल है. इसलिए केंद्रीय सुरक्षा मिले तो विधायक भोपाल जाने तैयार हैं. राज्यवर्धन सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री कमल नाथ ने लगातार वादे किए मगर एक भी पूरा नहीं किया, कमल नाथ सिर्फ छिंदवाड़ा के मुख्यमंत्री नहीं है.
वहीं, गोविंद राजपूत का कहना है कि मुख्यमंत्री कमल नाथ ने सिर्फ छिंदवाड़ा की चिंता की है. उन्होंने अन्य विधायकों के क्षेत्र में एक रुपये का काम नहीं किया, वहीं छिंदवाड़ा में हजारों करोड़ के काम किए गए हैं. विधायकों से जब पूछा गया कि, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी का दामन थाम लिया है क्या आप लोग भी भाजपा में जा रहे हैं तो विधायकों का सामूहिक जवाब था कि अभी कोई फैसला नहीं हुआ है, सभी मिलकर और बैठकर फैसला लेंगे.