भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सियासी ड्रामे के बीच राजनीतिक संकट से उबरने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ (CM Kamal Nath) शुक्रवार को मंत्रिमंडल का विस्तार कर रहे हैं. भोपाल में भोपाल में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, राज्य मंत्रिमंडल विस्तार विधानसभा के बजट सत्र के बाद होगा. मध्य प्रदेश में सीएम कमलनाथ अपने विधायकों को बचाने की हर कोशिश कर रहे हैं. इस बीच गुरुवार को तीन दिनों से लापता कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं हुआ है. विधायकों को बचाने के लिए सीएम आज बजट सत्र के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे. इस बीच खबर यह भी है कि कुछ बीजेपी विधायक भी जल्द ही इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो सकते इनमें भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी, शरद कौल के अलावा दो अन्य विधायकों के नाम की चर्चा हो रही है.
विधायकों को बचाने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह कमान संभाले हुए हैं. मध्य प्रदेश की सियासत में इन दिनों कभी बीजेपी का पलड़ा भार दिख रहा है, तो कभी कमलनाथ सरकार का. एक तरफ जहां कांग्रेस के एक विधायक ने इस्तीफा दिया तो वहीं देर रात कांग्रेस ने बीजेपी में सेंधमारी कर दी. मध्यप्रदेश में गुरुवार देर रात बीजेपी के तीन विधायक शरद कौल, संजय पाठक और नारायण त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की. माना जा रहा है कि यह तीनों विधायक आज कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.
विधायक बचाने के लिए मंत्रिमंडल विस्तार-
Congress leader Digvijaya Singh in Bhopal: State Cabinet expansion should be done after the budget session of the assembly. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/DmMnYXP93x
— ANI (@ANI) March 6, 2020
इस बीच दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के घर पर शिवराज सिह चौहान, धर्मेद्र प्रधान, अरविंद मेनन की 8 घंटे बैठक चली. गुरुवार देर रात नरोत्तम मिश्रा भी दिल्ली पहुंचे. छतरपुर-टीकमगढ़ औए आसपास के कांग्रेस विधायकों राहुल लोधी, प्रद्युम्न लोधी सहित कुछ अन्य के भी केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के संपर्क में होने की बात कही जा रही है.
इस बीच बीजेपी नेता हितेश वाजपेयी ने कहा, "हमारे नेता नजर बनाए हुए हैं. कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई है. सिंधिया खेमें के 35 विधायको ने कमलनाथ को समर्थन देने से इनकार कर दिया है. पहले कमलनाथ सरकार इससे निपट ले. हम अपने विधायकों को एकजुट रख लेंगे." कमलनाथ सरकार को संकट से निकालने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल भी सीएम कमलनाथ की मदद कर रहे हैं.
(इनपुट IANS से भी)