मध्य प्रदेश में सियासी ड्रामा: 5 दिन से लापता कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह बेंगलुरु से भोपाल वापस आए, बोले-कमलनाथ सरकार को पूरा समर्थन
मध्य प्रदेश में सियासी ड्रामा अभी थमा नहीं है. सूबे की कांग्रेस ने बीजेपी पर कमलनाथ सरकार को गिराने का आरोप लगाया हुआ है. हालांकि बीजेपी से इसे सिरे से खारिज कर दिया है. इसी बीच कांग्रेस के लापता तीन विधायकों में से एक और बिसाहूलाल सिंह बेंगलुरु से वापस आ गए हैं. उनके बेंगलुरु में होने की खबर के बाद सीएम कमलनाथ ने पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल को उन्हें लाने के लिए भेजा था.
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश में सियासी ड्रामा अभी थमा नहीं है. सूबे की कांग्रेस ने बीजेपी पर कमलनाथ सरकार (Kamal Nath Govt) को गिराने का आरोप लगाया हुआ है. हालांकि बीजेपी (BJP) से इसे सिरे से खारिज कर दिया है. इसी बीच कांग्रेस के लापता तीन विधायकों में से एक और बिसाहूलाल (Congress MLA Bisahu Lal Singh) सिंह बेंगलुरु से वापस आ गए हैं. उनके बेंगलुरु में होने की खबर के बाद सीएम कमलनाथ ने पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल को उन्हें लाने के लिए भेजा था. खबर है कि प्रदेश में चल रहे सियासी नाटक के बीच कमलनाथ सरकार जल्द ही कैबिनेट का विस्तार करने जा रही है.
बता दें कि सुरेंद्र बेंगलुरु-इंदौर की नियमित फ्लाइट से लेकर विधायक बिसाहूलाल को लेकर इंदौर पहुंचे. अब वो जल्द ही कमलनाथ से मिलने वाले हैं. विधायक सिंह ने कहा है कि 'मैं शुरू से ही कांग्रेस के साथ हूं और हमेशा रहूंगा, मेरा पूरा समर्थन कमलनाथ जी को है. वही कांग्रेस के दो और विधायक हरदीप सिंह और रघुराज कंषाना फिलहाल लापता चल रहे हैं. यह भी पढ़े-मध्य प्रदेश में जारी सियासी नाटक के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ बोले- हमारे नेता बिकाऊ नहीं
ANI का ट्वीट-
ज्ञात हो कि सूबे में चल रहे राजनीतिक ड्रामे के चलते 5 दिन पहले कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह लापता हो गए थे. जिसके बाद उनके बेटे तेजप्रताप ने लापता होने का मामला भोपाल के टीटी नगर पुलिस थाने में दर्ज कराया था.
रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल को दिग्विजय सिंह गुट का माना जाता है. बिसाहूलाल वर्ष 1980 में पहली बार विधायक चुने गए थे. इसके साथ ही वे अब तक 5 बार कांग्रेस के विधायक बने हैं इसलिए वरिष्ठ होने के बावजूद भी उन्हें मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर सीएम कमलनाथ से वे नाराज चल रहे हैं.