मध्य प्रदेश: कमलनाथ की जाएगी सरकार, सिंधिया समर्थक 19 विधायकों ने स्पीकर को भेजा इस्तीफा
सिंधिया समर्थक 19 विधायकों ने दिया इस्तीफा (Photo Credit-ANI)

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की सियासत में मंगलवार को बड़ा सियासी उलटफेर हुआ. ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका देते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया. सिंधिया के इस्तीफे के बाद उनके खेमे के 19 कांग्रेस विधायकों ने भी इस्तीफे दे दिए हैं. इन 19 विधायकों में 6 मंत्री भी शामिल हैं, जिन्होंने मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष को अपने इस्तीफे भेज दिए हैं. ये विधायक कर्नाटक में हैं और वहीं उन्होंने ये तस्तीफे भेजे हैं. इन इस्तीफों के साथ ही कमलनाथ सरकार का गिरना तय हो गया है. सिंधिया के इस फैसले को कांग्रेस ने गद्दारी बताया है और कहा है कि अब मध्य प्रदेश में हमारी सरकार नहीं बच पाएगी. इस बीच कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कांग्रेस से तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया गया है.

कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ''सिंधिया जी कांग्रेस पार्टी में कई वरिष्ठ पदों पर रहे और उनका सम्मान किया, शायद मोदी जी द्वारा दिए गए मंत्रीपद के प्रस्ताव के कारण उन्हें लालच आ गया. हम जानते हैं कि उनका परिवार दशकों से बीजेपी से जुड़ा हुआ है, लेकिन फिर भी यह एक बड़ा नुकसान है.'' यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश में सियासी भूचाल: पीएम मोदी से मिलने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा, बीजेपी में हो सकते हैं शामिल.

19 विधायकों ने स्पीकर को भेजा इस्तीफा-

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, कांग्रेस के कुछ नेताओं के लिए जब सिंधिया जी कांग्रेस में थे तो वह एक महाराजा थे, अब वे माफिया हैं? ये उनके दोहरे मापदंड हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे इस्तीफे में कहा, ''यह मेरे लिए आगे बढ़ने का वक्त है. मेरा मानना है कि मैं कांग्रेस में रहकर अपने राज्य, देश की सेवा नहीं कर पा रहा हूं.''

इस्तीफा देने से पहले सिंधिया दिल्ली में सुबह अपने आवास से निकलकर गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे थे. करीब एक घंटे तक पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच बैठक चली. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद सिंधिया अमित शाह की कार में बैठकर ही बाहर निकले. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.