मध्य प्रदेश के उपचुनाव में बीजेपी बड़ी जीत की तरफ बढ़ रही है. ताजा आंकड़ो पर अगर नजर डालें तो बीजेपी ने अब तक 14 सीटों पर दर्ज कर ली है. जबकि 5 पर आगे है. वहीं कांग्रेस की बात करने तो उनके खाते में अब तक 3 सीटें आई है. जबकि 6 पर कांग्रेस आगे है.
Madhya Pradesh ByPoll Result LIVE News Updates: मध्य प्रदेश उपचुनाव में बीजेपी 14 सीटें जीती 5 पर आगे, कांग्रेस ने 3 पर दर्ज की जीत 6 पर आगे
मध्य प्रदेश विधासनभा उपचुनाव के परिणाम अब से कुछ ही देर में आने शुरू हो जाएंगे. एक तरफ जहां पर कांग्रेस की कमान कमलनाथ के हाथों में थी. वहीं, दूसरी तरफ एमपी में बीजेपी कि कमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधियां ने संभाल रखी थी. मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतगणना मंगलवार 10 नवंबर को 19 जिला मुख्यालयों में होगा. अगर एग्जिट पोल के नतीजों पर नजर डालें तो, आज तक-एक्सिस के एग्जिट पोल में अनुमान लगाया गया है कि बीजेपी मध्य प्रदेश में 16 से 18 सीटें जीत सकती है जबकि विपक्षी दल कांग्रेस 10 से 12 सीटों पर सीमित रहेगा.
मध्य प्रदेश विधासनभा उपचुनाव के परिणाम अब से कुछ ही देर में आने शुरू हो जाएंगे. एक तरफ जहां पर कांग्रेस की कमान कमलनाथ के हाथों में थी. वहीं, दूसरी तरफ एमपी में बीजेपी कि कमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधियां ने संभाल रखी थी. मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतगणना मंगलवार 10 नवंबर को 19 जिला मुख्यालयों में होगा. अगर एग्जिट पोल के नतीजों पर नजर डालें तो, आज तक-एक्सिस के एग्जिट पोल में अनुमान लगाया गया है कि बीजेपी मध्य प्रदेश में 16 से 18 सीटें जीत सकती है जबकि विपक्षी दल कांग्रेस 10 से 12 सीटों पर सीमित रहेगा.
वहीं, कांग्रेस कम सीटों को लेकर एग्जिट पोल के नतीजों से खुश नहीं है. उन्हें उम्मीद है कि राज्य में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर होगा. इस दौरान कमलनाथ ने बीजेपी पर कई बार हमला भी किया. फिलहाल अभी कुछ देर में मध्य प्रदेश उपचुनाव के परिणाम आने शुरू हो जाएंगे. उसके बाद साफ हो जाएगा कि किस पार्टी ने एमपी की जनता का दिल जीता और किसने मौका गंवाया.
गौरतलब हो कि मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर उपचुनाव के तहत तीन नवंबर को मतदान हुआ है. इसमें से 25 सीटें कांग्रेस विधायकों के पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल होने से और तीन सीटें विधायकों के निधन होने से खाली हुई थीं. बता दें कि इसी साल मार्च महीने में कांग्रेस के 22 विधायकों के त्यागपत्र देने के बाद बीजेपी में शामिल होने से कमलनाथ सरकार अल्पमत में आकर गिर गई थी. इनमें अधिकांश विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक थे. सिंधिया स्वयं भी मार्च माह में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गये थे.