राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामला: अयोध्या विवाद पर फैसले के मद्देनजर लखनऊ महोत्सव जनवरी के तीसरे सप्ताह तक के लिए टला
अयोध्या विवाद मामले में फैसला आने में मुश्किल एक सप्ताह बचा है, ऐसे में प्रशासन हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहा है. हर साल 25 नवंबर से 5 दिसंबर तक आयोजित होने वाला वार्षिक लखनऊ महोत्सव जनवरी के तीसरे सप्ताह तक के लिए टाल दिया गया है. महोत्सव समिति ने गुरुवार को हुई अपनी बैठक में निर्णय लिया कि महोत्सव को टाल दिया जाना चाहिए.
अयोध्या विवाद मामले (Ayodhya Dispute) में फैसला आने में मुश्किल एक सप्ताह बचा है, ऐसे में प्रशासन हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहा है. हर साल 25 नवंबर से 5 दिसंबर तक आयोजित होने वाला वार्षिक लखनऊ महोत्सव (Lucknow Festival) जनवरी के तीसरे सप्ताह तक के लिए टाल दिया गया है. महोत्सव समिति ने गुरुवार को हुई अपनी बैठक में निर्णय लिया कि महोत्सव को टाल दिया जाना चाहिए.
हालांकि समिति ने इसके पीछे का कोई कारण नहीं बताया, लेकिन सूत्रों ने कहा कि ऐसा अयोध्या विवाद पर सर्वोच्च न्यायालय के आने वाले फैसले को ध्यान में रखते हुए किया गया है. दो साल पहले भी महोत्सव को राज्य में होने वाले नगर निगम चुनावों के मद्देनजर टाल दिया गया था.
लखनऊ महोत्सव लखनऊ में और आसपास के जिलों में रहने वाले लोगों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है. उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों और अन्य राज्यों के कारीगर, शिल्पकार उस महोत्सव में भाग लेते हैं, जहां वे अपने सामानों व माल को प्रदर्शित करते हैं और बेचते हैं. महोत्सव में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जिसमें शीर्ष क्षेत्रीय और बॉलीवुड कलाकार पर परफॉर्म करते हैं.