लोकसभा चुनाव 2019: सोमवार को पांचवे चरण के लिए मतदान, 7 राज्यों की 51 सीटों पर डाले जाएंगे वोट
प्रतीकात्मक तस्वीर (File image)

नई दिल्ली: पांचवें चरण (Fifth Phase) में सात राज्यों की 51 सीटों पर लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) सोमवार को होने हैं. इनमें उत्तरप्रदेश की राय बरेली और अमेठी सीट पर मुकाबला देखने लायक होगा. जिन सीटों पर सोमवार को मतदान (Voting) होने हैं उनमें उत्तर प्रदेश से 14, राजस्थान से 12, मध्यप्रदेश और पश्चिम बंगाल की सात-सात, बिहार की पांच, झारखंड की चार और जम्मू एवं कश्मीर की दो सीटें जिसमें अनंतनाग भी शामिल है जहां तीसरे और अंतिम चरण का चुनाव होना है.

वर्ष 2014 के चुनावों में इन 51 सीटों में से 39 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जीत हासिल की थी. राजस्थान में 12, उत्तरप्रदेश की 14 सीटों में से 12, मध्य प्रदेश में पूरी सात, बिहार में पांच में से तीन, झारखंड में सभी चारों और जम्मू एवं कश्मीर की दो में से एक सीट जीती थी. कांग्रेस ने केवल अमेठी और रायबरेली में जीत का स्वाद चखा था.

इस चरण में बहुत सी दिग्गज सीटों पर मुकाबला है. उत्तरप्रदेश में कांग्रेस का गढ़ रही अमेठी और रायबरेली सीटों पर कांग्रेस-भाजपा में टक्कर देखने को मिलेगी. रायबरेली से संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी मैदान में हैं जिन्होंने 2004 में यह सीट जीती थी. उनका मुकाबला पूर्व कांग्रेसी नेता और अभी के भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह से है.

अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का सामना करेंगे. इसी सूची में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह (लखनऊ), जयंत सिन्हा(हजारीबाग) और राज्यवर्धन सिंह राठौर (जयपुर) मैदान में हैं. यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव 2019: शाहजहांपुर के आठ बूथों पर दोबारा होगा मतदान, ईवीएम- वीवीपैट खराब होने पर आयोग ने लिया फैसला

पांचवें चरण के मतदान में उत्तर प्रदेश में बहुत सी सीटें वही है जहां वर्ष 2014 में भाजपा ने जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार उन्हें समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) से कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद है.

बिहार में वर्ष 2014 के चुनावों से लेकर अब स्थिति बदल चुकी है. पिछले समय जनता दल-यूनाइटेड(जदयू) भाजपा के खिलाफ मैदान में था, लेकिन इस बार जदयू और भाजपा साथ में चुनाव लड़ रहे हैं. इन्हें राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस और दूसरी पार्टियों से कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद है.