लोकसभा चुनाव 2019 VIP सीट: जानिए पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का हाल
2019 में चुनाव का महाकुंभ होने वाला है, देश की हाईप्रोफाइल लोकसभा सीटों में शामिल वाराणसी बीजेपी का गढ़ रहा है. 2014 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) यहां से सांसद बने. लेकिन बदलते राजनीतिक समीकरण के बीच 2019 लोकसभा चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है.
देश में 2019 लोकसभा चुनाव के महाकुंभ की शुरुआत हो चूकी है. देश की हाईप्रोफाइल लोकसभा सीटों में शुमार वाराणसी, हमेशा से बीजेपी का गढ़ रहा है. 2014 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) यहां से ही सांसद बने थे, लेकिन बदलते राजनीतिक समीकरण के बीच 2019 लोकसभा चुनाव की जंग काफी दिलचस्प होती जा रही है. ऐसे में देखते हैं वाराणसी से जुड़े कुछ आंकड़े.
बता दें कि लोकसभा चुनाव में वाराणसी हमेशा ही बीजेपी का गढ़ रहा है. 2009 में हुए आम चुनावों में मुरली मनोहर जोशी (Murli Manohar Joshi) तथा 2014 के चुनावों में पीएम नरेंद्र मोदी यहां से सांसद चुने गए थे. वाराणसी में कांग्रेस ने सात बार तो बीजेपी ने छह बार जीत हासिल की है. एक-एक बार जनता दल, माकपा व लोकदल ने जीत हासिल की है.
बता दें कि वर्ष 2009 में वाराणसी सीट से बीजेपी ने अपना परचम लहराया था. बीजेपी के लिए 2009 में वाराणसी सीट से मुरली मनोहर जोशी को 2,03,122 वोट मिले थे. जिन्होंने बसपा के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी (1,85,911) को 17211 मतों से मात दी थी. वहीं तीसरे स्थान पर सपा के दिग्गज नेता अजय राय (1,23,874) रहे थे.
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वहीं 2014 में वाराणसी सीट से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के लिए यहां पर अपना परचम लहराया. मोदी ने 2014 लोकसभा चुनाव में 5,81,022 मत प्राप्त करते हुए अपने निकट प्रतिद्वंदी आप नेता अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को 3,71,784 मतों से करारी शिकस्त दी. केजरीवाल को इस लोकसभा चुनाव में 2,09,238 मत प्राप्त हुए थे.
वैसे 2014 में मोदी लहर थी. इस बार परिस्तिथि कुछ अलग है. वैसे कहा ये भी जा रहा है कि कांग्रेस इस बार वाराणसी से अपने तुरुप के इक्के प्रियंका गांधी को मैदान में उतार सकती है. अगर ऐसा हुआ और सपा-बसपा ने कांग्रेस का साथ दिया तो पीएम मोदी को जीतने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है.