लोकसभा चुनाव 2019: नवादा से टिकट नहीं मिलने पर छलका गिरिराज सिंह का दर्द, बीजेपी नेतृत्व से पूछा- मुझसे बिना पूछे सीट क्यों बदली गई?
गिरिराज सिंह (Photo Credit-ANI)

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019)  के मद्देनजर बिहार में नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (NDA) में शामिल पार्टियों के बीच सीट बंटवारे के बाद नवादा (Nawada) सीट लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के खाते में चले जाने पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का दर्द एक बार फिर छलका है. गिरिराज सिंह ने कहा कि मेरे आत्म-सम्मान को ठेस पहुंची है क्योंकि बिहार (Bihar) में किसी भी सासंद की सीट नहीं बदली गई है. मुझसे बिना पूछे इसका फैसला लिया गया. बिहार बीजेपी नेतृत्व को मुझे बताना चाहिए कि ऐसा क्यों किया गया. बेगूसराय (Begusarai) से मुझे कोई दिक्कत नहीं है. मगर मैं अपने आत्म-सम्मान के साथ समझौता नहीं कर सकता.

दरअसल, इस चुनाव में गिरिराज सिंह को बेगूसराय सीट से चुनाव लड़ने को कहा गया है. पहले तो गिरिराज दबी जुबान में बेगूसराय से चुनाव लड़ने से इनकार कर रहे थे लेकिन अब उन्होंने बिहार बीजेपी पर सीधा निशाना साधा है. नवादा से टिकट कटने पर कुछ दिनों पहले गिरिराज ने कहा था कि मुझे नहीं पता कि मेरे साथ ये क्यों हुआ? मैंने अंतिम समय तक कहा था कि मैं चुनाव लड़ूंगा, तो नवादा से लडूंगा.

गिरिराज ने कहा था कि मुझे नहीं पता कि मेरा टिकट नवादा से क्यों काटा गया और यह सीट एलजेपी को क्यों दी गई? उन्होंने कहा था कि मुझे नहीं पता कि मेरे साथ ये क्यों हुआ? मैंने अंतिम समय तक कहा था कि मैं चुनाव लड़ूंगा, तो नवादा से लडूंगा. इसका जवाब तो अध्यक्ष ही दे सकते हैं. बेगूसराय सीट से चुनाव लड़ने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि मैं कार्यकर्ता था, कार्यकर्ता हूं और आगे भी रहूंगा. मैं नेता बनकर पार्टी में नहीं आया था. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2019: बिहार में महागठबंधन ने किया सीट शेयरिंग का ऐलान, कांग्रेस को मिली केवल 9 सीट, RJD 20 पर लड़ेगी चुनाव

गौरतलब है कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने इस लोकसभा चुनाव के लिए रविवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को बेगूसराय से चुनाव मैदान में उतारने की औपचारिक घोषणा की थी. वहीं, बिहार महागठबंधन की तरफ से आरजेडी ने तनवीर हसन को फिर बेगूसराय से चुनाव मैदान में उतारा है. हसन 2014 में चुनाव हार गए थे. ऐसे में अगर गिरिराज बेगूसराय से मैदान में उतरते हैं तो इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय होगा.