लोकसभा चुनाव 2019: अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा- कांग्रेस के सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने की संभावना

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने की संभावना जताते हुए कहा है कि गैर भाजपाई गठबंधन को बड़े ‘‘आराम से बहुमत’’ मिलेगा और केंद्र में सरकार का गठन होगा...

कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी (Photo Credits IANS)

नई दिल्ली:  कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Singhvi) ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने की संभावना जताते हुए कहा है कि गैर भाजपाई गठबंधन को बड़े ‘‘आराम से बहुमत’’ मिलेगा और केंद्र में सरकार का गठन होगा. सिंघवी ने दावा किया कि विभिन्न राज्यों में हार के बाद भाजपा को 100-120 सीटों का नुकसान होगा और वह उन राज्यों के लिये हारी हुई सीटों की भरपाई नहीं कर पायेगी.

पीटीआई-भाषा के साथ साक्षात्कार में सिंघवी ने कहा, ‘‘मुझे कोई संदेह नहीं है कि 23 मई के बाद गैर-भाजपाई बहुदलीय समूह सत्ता में होगा. हालांकि इनकी संख्या के बारे में अभी बात नहीं की जानी चाहिए.’’ इस बार त्रिशंकु संसद की संभावना के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि गैर-भाजपाई गठबंधन को ‘‘आराम से बहुमत’’ प्राप्त होगा.

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सिंघवी ने कहा, ‘‘मैं सहमत हूं कि अभी यह कहना मुश्किल होगा कि किसी एक पार्टी को बहुत मिलेगा. चुनाव पूर्व और चुनाव पश्चात बने गैर भाजपाई और गैर राजग गठबंधन को बड़े आराम से बहुमत मिलेगा.’’ कांग्रेस के सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने की संभावना पर राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि अगर मैं यह कहूं कि एक ही पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलेगा तो यह कहना फिलहाल अपने आप में अतिशयोक्ति होगी. मुझे लगता है कि यह कहना निष्पक्ष होगा कि कांग्रेस स्पष्ट तौर पर एकमात्र बड़ी पार्टी के तौर पर उभरेगी.’’

उन्होंने कहा कि पिछली बार की तुलना में भाजपा को इस बार के चुनाव में भारी नुकसान होगा. सिंघवी ने कहा कि एक ऐसी पार्टी ‘‘जिसमें मोदी लहर थी और 11 राज्यों में 90 प्रतिशत से अधिक जीत की दर थी’’ वह उन राज्यों में इस बार अपने प्रदर्शन में सुधार नहीं कर सकी.

अगर यह उन राज्यों में पार्टी के पूर्व के प्रदर्शन से 50 प्रतिशत नीचे आया तो इसकी ‘‘भरपाई करने वाला कोई राज्य’’ नहीं होगा. सिंघवी ने कहा कि कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु जैसे क्षेत्रों में भाजपा और अन्नाद्रमुक जैसी उसकी सहयोगी को बमुश्किल कोई सीट मिलेगी.

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