दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ (Photo Credits: Twitter)
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश की पांच और सीटों के लिए उम्मीदवारों की एक सूची बुधवार को जारी की. भाजपा ने गांधी परिवार के करीबी रहे कांग्रेस से एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह को कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी के खिलाफ रायबरेली से प्रत्याशी बनाया है. उन्हें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सदस्यता दिलाई थी. दिनेश प्रताप के भाई राकेश सिंह हरचंदपुर से कांग्रेस के विधायक हैं. रायबरेली सीट 13 बार से कांग्रेस के पास है.
भाजपा ने आजमगढ़ सीट पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने भोजपुरी फिल्म स्टार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' को उम्मीदवार बनाया है। यह सीट से पिछली बार अखिलेश के पिता मुलायम सिंह यादव ने जीत दर्ज कराई थी. निरहुआ ने अखिलेश यादव की पार्टी के लिए प्रचार भी किया था. हाल ही में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली है, और मंगलवार को सरकार ने निरहुआ को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है.
निरहुआ के चुनाव लड़ने की चर्चा उसी वक्त शुरू हो गई थी जब वह अभिनेता रवि किशन के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंचे थे. पार्टी ने फिरोजाबाद सीट से डॉ. चंद्रसेन को उम्मीदवार बनाया है, जो प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव को टक्कर देंगे। शिवपाल सिंह यादव पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। वह अपने ही भतीजे और मौजूदा सांसद अक्षय यादव का सामना करेंगे। अक्षय यादव समाजवादी पार्टी (सपा) के महासचिव रामगोपाल यादव के बेटे हैं. अक्षय ने सपा के टिकट पर साल 2014 का लोकसभा चुनाव यहां से जीता था.
भाजपा ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के खिलाफ मैनपुरी में प्रेम सिंह शाक्य को मैदान में उतारा है.शाक्य इससे पहले भी लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं. साल 2014 में मैनपुरी के लिए हुए उपचुनाव में वह तेज प्रताप सिंह के सामने चुनाव लड़े थे. उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था. शाक्य को 3,32,537 लाख वोट प्राप्त हुए थे, जबकि तेज प्रताप सिंह को 6,53,786 मत मिले थे. इस सीट पर समाजवादी पार्टी का पिछले 24 सालों से कब्जा है. इसके अलावा भाजपा ने मछलीशहर से सांसद रहे रामचरित्र निषाद का टिकट काट कर बसपा से आए वी.पी. सरोज को उम्मीदवार बनाया है। वी.पी. सरोज 2014 में मछलीशहर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद रामचरित्र निषाद के खिलाफ बसपा से चुनाव लड़ चुके हैं.