
कर्नाटक (Karnataka) में राजनीतिक घमासान खत्म होता नहीं दिख रहा है. शुक्रवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना है. गवर्नर वजुभाई वाला (Governor Vajubhai Vala) ने मुख्यमंत्री कुमारस्वामी शुक्रवार दोपहर 1:30 बजे तक बहुमत साबित करने को कहा था लेकिन डेडलाइन पार होने के बाद भी कुमारस्वामी ने फ्लोर टेस्ट नहीं किया. इसके बाद गवर्नर ने सीएम को एक और चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में विश्वास मत के लिए वोट करने के लिए 6 बजे तक का वक्त दिया गया है. इससे पहले कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने बयान दिया है कि विधानसभा में बहस सोमवार तक जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि अभी भी 20 लोगों का बोलना बाकी है, ऐसे में बहस जारी रहेगी.
कर्नाटक के वर्तमान हालात को देखकर बीजेपी- जेडीएस का कहना है कि जिस तरह से विधानसभा में कार्रवाई चल रही है उससे साफ है कि कांग्रेस और जेडीएस दोनों ही विश्वास मत पर वोटिंग कराने को टालना चाहते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हें लगता है कि सरकार के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है.
Karnataka Governor Vajubhai Vala sends letter to Chief Minister HD Kumaraswamy to prove majority before 6 pm, today. #Karnataka pic.twitter.com/ucjypTE8iy
— ANI (@ANI) July 19, 2019
Siddaramaiah,Congress on trust vote debate in Karnataka assembly: The discussion is still not complete and 20 members are yet to participate.I don’t think it will finish today and it will continue on Monday also. (file pic) pic.twitter.com/pmCUng1GeL
— ANI (@ANI) July 19, 2019
दूसरी ओर कर्नाटक विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार का कहना है कि राज्यपाल के आदेश का पालन किया जाना है या नहीं, यह मुख्यमंत्री द्वारा तय किया जाना है क्योंकि पत्र उन्हें भेजा गया था, इसलिए उन्हें फैसला करना है.
सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि सत्ता के लिए किसी के सामने हाथ नहीं जोड़ेंगे. कुमारस्वामी ने कहा जब 2009 में भी जब नॉर्थ कर्नाटक में बाढ़ आई थी, तो येदियुरप्पा मुश्किल में फंस गए थे. तभी हमने देखा था कि कई विधायक रिजॉर्ट में गए थे और येदियुरप्पा की सरकार संकट में थी. जो येदियुरप्पा ने तब झेला था, वही मैंअब झेल रहा हूं.