कर्नाटक सियासी संकट: सिद्धारमैया ने स्पीकर से की बागी विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग, पीएम मोदी और शाह पर लगाया आरोप
कांग्रेस की तरफ से लगातार बीजेपी पर सरकार गिराने गिराने के प्रयास के आरोप लगाए जा रहे हैं. इस बीच कांग्रेस नेता एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि बीजेपी पिछले 13 महीनों में छठी बार सरकार गिराने के प्रयास कर रही है.
कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस सरकार गिरने की कगार पर है. विधायकों के इस्तीफे के बाद कर्नाटक से लेकर मुंबई- दिल्ली तक सियासी हलचल तेज है. इस बीच कांग्रेस नेता एसटी सोमशेखर (ST Somashekhar) ने कहा 'कुल 10 विधायकों (कांग्रेस-जेडीएस) ने स्पीकर और कर्नाटक के राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. हम अभी भी कांग्रेस पार्टी में हैं लेकिन विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. हमें किसी मंत्री पद की उम्मीद नहीं है. कर्नाटक के लोग 'मैत्री' सरकार को पसंद नहीं करते.
बीजेपी ने कर्नाटक में अपनी सरकार बनाने की कोशिश शुरू कर दी है. वहीं कांग्रेस-जेडीएस भी हार मानने को तैयार नहीं हैं. इस बीच हर किसी की नजर विधानसभा अध्यक्ष पर है, जिनके हाथ में विधायकों के इस्तीफे का फैसला है. कांग्रेस सरकार बचाने का हर संभव प्रयास कर रही है.
यह भी पढ़ें- कर्नाटक में सियासी ड्रामा जारी: बीजेपी ने किया बहुमत होने का दावा, कुछ देर में विधानसभा अध्यक्ष करेंगे फैसला
कांग्रेस की तरफ से लगातार बीजेपी पर सरकार गिराने गिराने के प्रयास के आरोप लगाए जा रहे हैं. इस बीच कांग्रेस नेता एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने कहा है कि बीजेपी पिछले 13 महीनों में छठी बार सरकार गिराने के प्रयास कर रही है. उन्होंने आगे कहा वह विधानसभा अध्यक्ष से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल विधायकों को अयोग्य करार देने की मांग करेंगे.
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि हम चाहते हैं कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल विधायकों को बर्खास्त कर दिया जाए. बागी विधायकों ने बीजेपी से साठगांठ कर ली है. मैं विधायकों से अनुरोध करता हूं कि वे आएं और अपना इस्तीफा वापस लें. हमने उन्हें अयोग्य घोषित करने के लिए स्पीकर के समक्ष याचिका दायर करने और इस्तीफा स्वीकार नहीं करने की गुजारिश करने का फैसला लिया है.
सिद्धारमैया ने आगे कहा कि हम अध्यक्ष से भी विरोधी दलबदल कानून के तहत कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध कर रहे हैं. हम अपने पत्र में उनसे अनुरोध कर रहे हैं कि वे न केवल उन्हें अयोग्य घोषित करें बल्कि उन्हें 6 साल के लिए चुनाव लड़ने से भी रोकें.
सिद्धारमैया ने कहा 'सरकार को अस्थिर करना बीजेपी की आदत रही है. यह अलोकतांत्रिक है, जनता ने बीजेपी को सरकार बनाने के लिए जनादेश नहीं दिया था. जनता ने हमें ज्यादा वोट दिए थे. जेडीएस और कांग्रेस को कुल मिलाकर 57 फीसदी से ज्यादा वोट मिले थे.'उन्होंने आगे कहा, 'इस बार बीजेपी की सिर्फ प्रदेश इकाई नहीं, राष्ट्रीय स्तर के अमित शाह और मोदी जैसे नेता भी शामिल हैं. उन्हीं के निर्देशों पर सरकार को अस्थिर करने की कोशिशें की जा रही हैं. यह लोकतंत्र के खिलाफ है, जनादेश के खिलाफ है. बीजेपी पैसा, पद और मंत्रिपद की पेशकश दे रही हैं.'