बेंगलुरु: कर्नाटक में करीब तीन हफ्ते तक चले सियासी नाटक के बाद कुमारस्वामी (Kumaraswamy) की सरकार गिने के बाद नये मुख्यमंत्री के तौर पर बी एस येदियुरप्पा (BS Yeddyurappa) ने शपथ ली. जिनके सरकार को लेकर सोमवार को को कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट (Floor Test) होने वाला है. फ्लोर टेस्ट को लेकर कांग्रेस की तरफ से बेंगलुरु में कल कांग्रेस विधायक दल की तरफ से एक बैठक बुलाई गई है. जिस बैठक में फ्लोर टेस्ट के दौरान वोट देने को लेकर चर्चा के साथ ही दूसरे अन्य मुद्दों पर भी पार्टी के नेताओं के साथ चर्चा होने वाली है.
एएनआई न्यूज एजेंसी के अनुसार कांग्रेस पार्टी की तरफ से विधायक दल की जो बैठक बुलाई गई है. वह बैठक बेंगलुरु में होने वाली है. जिस बैठक में कांग्रेस के नेताओं के बीच फ्लोर टेस्ट के दौरान वोट देने को लेकर चर्चा होने वाली है. यह भी पढ़े: कर्नाटक: सुप्रीम कोर्ट जाएंगे अयोग्य करार दिए गए विधायक, स्पीकर केआर रमेश कुमार के फैसले को देंगे चुनौती!
Bengaluru: Karnataka Congress Legislature Party (CLP) meeting called tomorrow at Vidhana Soudha, ahead of vote of confidence tomorrow. pic.twitter.com/ahBCazkLMt
— ANI (@ANI) July 28, 2019
वहीं इस बीच जो ताजा जानकारी है. उसके अनुसार कर्नाटक विधानसभाध्यक्ष के. आर. रमेश कुमार (K. R. Ramesh Kumar) ने रविवार को 14 और बागी विधायकों को दलबदल निरोधक कानून के तहत साल 2023 में विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल समाप्त होने तक अयोग्य करार दिया.
बता दें कि विधानसभाध्यक्ष का यह फैसला मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा द्वारा विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए विश्वास प्रस्ताव रखने के एक दिन पहले आया है. विधानसभाध्यक्ष की यह कार्रवाई कांग्रेस के 11 और जद(एस) के तीन विधायकों के खिलाफ की गई है. विधानसभाध्यक्ष की इस कार्रवाई का येदियुरप्पा सरकार के भविष्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि इन विधायकों के तत्काल प्रभाव से अयोग्य ठहराये जाने से उनकी अनुपस्थिति से सदन की प्रभावी संख्या कम हो जाएगी जिससे भाजपा के लिए आगे की राह आसान हो जाएगी. (भाषा इनपुट)