![पिछले सरकार के दौरान हुए फोन टैपिंग मामले पर बोले सीएम येदियुरप्पा, CBI को सौंपा जाएगा यह केस पिछले सरकार के दौरान हुए फोन टैपिंग मामले पर बोले सीएम येदियुरप्पा, CBI को सौंपा जाएगा यह केस](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2019/08/Yediyurappa-380x214.jpg)
बेंगलुरू: कर्नाटक (Karnataka) में जेडी-एस (जनता दल- सेक्युलर) के नेतृत्व वाली पूर्व गठबंधन सरकार के दौरान हुए फोन टैपिंग केस (Phone Tapping Case) की जांच का जिम्मा अब सीबीआई (CBI) को सौंपा जाएगा. फोन टैपिंग के आरोप सामने आने के बाद कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं द्वारा जांच की मांग उठाई गई, जिसके बाद रविवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री (karnataka Chief Minister) बी एस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने कहा कि वे इस केस की जांच सीबीआई को सौंपेंगे. फोन टैपिंग मामले पर येदियुरप्पा का कहना है कि कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्दरमैया समेत कई नेताओं ने यह मांग की है कि इस केस की जांच होनी चाहिए और सच्चाई बाहर आनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं की मांग पर मैंने इस केस की जांच का जिम्मा सीबीआई को देने का फैसला किया है और कल (सोमवार) को मैं इसकी जांच का आदेश दूंगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों की अपेक्षा है कि इस मामले की सही तरीके से जांच हो और दोषियों को सजा दी जाए.
फोन टैपिंग केस की जांच करेगी सीबीआई-
Karnataka Chief Minister BS Yediyurappa: Phone tapping case(during previous govt) will be handed over to the CBI. Many leaders including Congress legislative party leader have demanded a probe in this issue. pic.twitter.com/UHJgNg6Y0l
— ANI (@ANI) August 18, 2019
बता दें कि अयोग्य करार दिए गए जेडी-एस विधायक ए. एच. विश्वनाथ ने पिछले हफ्ते ही एच. डी. कुमारस्वामी की सरकार पर फोन टैप करने और उनके समेत 300 से अधिक नेताओं की जासूसी कराए जाने का आरोप लगाया था. इन आरोपों के बाद ही सीएम येदियुरप्पा ने यह सीबीआई से जांच कराने का ऐलान किया है.
गौरतलब है कि सिद्दरमैया, एम. मल्लिकार्जुन खड़गे और गठबंधन सरकार में गृह मंत्री रहे एम. बी. पाटील समेत कांग्रेस नेताओं ने जांच की मांग की है, जबकि पार्टी के एक अन्य अहम नेता और पूर्व मंत्री डी के शिवकुमार ने आरोपों को खारिज कर दिया है. उधर पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार समेत कई बीजेपी नेताओं ने कुमारस्वामी पर अपनी सरकार बचाने के लिए इस प्रकरण के पीछे होने का आरोप लगाया है. (भाषा इनपुट)