JNU का नाम MNU कर दो, मोदी जी के नाम पर भी तो कुछ होना चाहिए: बीजेपी सांसद हंसराज हंस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर हंस ने कहा कि मोदी जी ने नामुमकिन चीजों को मुमकिन करके दिखाया है. इसीलिए कहते हैं कि मोदी है तो मुमकिन है. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं कहता हूं इसका (JNU) का नाम (MNU) कर दो, मोदी जी के नाम पर भी तो कुछ होना चाहिए.
दिल्ली से बीजेपी सांसद हंस राज हंस (Hans Raj Hans) ने अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने पर बड़ा बयान दिया. शनिवार को हंस राज जेएनयू पहुंचे. यहां उन्होंने कहा 'कश्मीर अब वाकई जन्नत बनने जा रहा है. मेरी यही दुआ है कि बम न चलें. सब अमन चैन से रहें. बंदा इधर का मरे या उधर का मरे जाता एक मां का बेटा ही है. हमारे बुजुर्गों ने गलतियां की हैं, हम भुगत रहे हैं.' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को लेकर हंस ने कहा कि मोदी जी ने नामुमकिन चीजों को मुमकिन करके दिखाया है. इसीलिए कहते हैं कि मोदी है तो मुमकिन है. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं कहता हूं इसका (JNU) का नाम (MNU) कर दो, मोदी जी के नाम पर भी तो कुछ होना चाहिए.
उन्होंने वहां मौजूद लोगों से मजाकिया अंदाज में पूछा इसका नाम जेएनयू क्यों? J का क्या मतलब है. इसपर बैठे लोग बोलते हैं जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी. इसपर हंस राज हंस इशारों में कहते हैं उन्हीं की वजह से (कश्मीर में) कुछ हुआ था. मैं तो कहता हूं...सुनने में अजीब लगेगा..कि इसका नाम एमएनयू कर दो. मोदी जी के नाम पर भी कुछ होना चाहिए.'
JNU का नाम MNU कर दो-
हंस राज हंस कई मौकों पर प्रधनामंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते दिखते हैं. अनुच्छेद 370 हटाए जाने को लेकर भी उन्होंने पीएम की जमकर तारीफ की. इससे पहले भी लोकसभा में बोलते हुए हंसराज हंस पीएम मोदी की तारीफ कर चुके हैं. इसके साथ ही पंजाब में नशाखोरी को खत्म करने के लिए मजबूत कदम उठाए जाने की मांग भी कर चुके हैं.
उत्तर पश्चिम दिल्ली की सीट से बीजेपी के टिकट पर संसद पहुंचने वाले हंसराज हंस पेशे से गायक हैं. इनके कई गानों में दिल चोरी साड्डा हो गया काफी प्रचलित है. हंसराज अपनी बात लोकसभा में भी शायराना अंदाज में रखने के लिए चर्चा में रहते हैं. हाल ही में उन्होंने सदन में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के सामने कविता सुनाई. उन्होंने कहा, 'जिंदगी दी है तो जीने का हुनर भी देना, पांव बख्से हैं तो तौफीके सफर भी देना. गुफ्तगूं तूने सिखाई है कि मैं गूंगा था, अब मैं बोलूंगा तो बातों में असर भी देना.