जम्मू-कश्मीर पर अफवाहों का बाजार गर्म, राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दिया ये जवाब
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Photo Credits: ANI)

जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) ने शनिवार को कहा कि यहां हालात सामान्य हैं. केवल अफवाह (Rumours) फैलाने का काम चल रहा है. यहां ये सब बहुत ही नियमित बात है. उन्होंने कहा कि अगर आप लाल चौक (Lal Chowk) पर छींकते भी हैं तो यहां आते वह विस्फोट हो जाता है. निहित स्वार्थों, विशेषकर कुछ राजनीतिक दलों द्वारा अनावश्यक डर का माहौल पैदा किया जा रहा है. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि मैंने दिल्ली (Delhi) में सभी से बात की है और किसी ने भी मुझे कोई संकेत नहीं दिया है कि हम ऐसा या वैसा कुछ करेंगे. किसी का कहना है कि तीन भागों में बांटा जाएगा, कोई कहता है आर्टिकल 35ए, आर्टिकल370 .. उन्होंने कहा कि किसी ने भी मेरे साथ इन बातों पर चर्चा नहीं की है, चाहे वो प्रधानमंत्री हों या फिर गृह मंत्री.

जम्मू कश्मीर पर जारी किए गए सुरक्षा एडवाइजरी पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा को देखना हमारी जिम्मेदारी है. यहां बॉर्डर पार करने के लिए बहुत सारे आतंकवादी एलओसी के पास बैठे हैं और उनमें से ज्यादातर आत्मघाती हमलावर हैं. अगर कुछ होता है, तो पूरे देश में नतीजे होंगे. हम उससे बचना चाहते थे. उमर अब्दुल्ला और अन्य से मुलाकात पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि वे संतुष्ट हो गए हैं. उन्होंने मुझसे जो कुछ भी उम्मीद की थी, मैंने किया. जहां तक मुझे पता है, कोई संकेत नहीं है कि यहां कुछ होने वाला है. यह भी पढ़ें- आर्टिकल 35A क्या 15 अगस्त से पहले खत्म होगा? 

राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि मैं कल के बारे में नहीं जानता. वह मेरे हाथ में नहीं है. लेकिन आज तक चिंता की कोई बात नहीं है. उधर, बीजेपी की जम्मू कश्मीर यूनिट ने शनिवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस के नेताओं पर आरोप लगाया कि वे लोगों के बीच जानबूझकर घबराहट उत्पन्न करने का प्रयास कर रहे हैं क्योंकि वे स्वयं डरे हुए हैं. बीजेपी ने कहा कि सामान्य व्यक्ति को कोई डर नहीं है. यह भी पढ़ें- कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा- जम्मू कश्मीर पर गृह मंत्रालय के एडवाइजरी से लोग डरे हुए हैं

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गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर प्रशासन ने सैलानियों और अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं को सुरक्षा कारणों से यात्रा छोड़कर बीच में लौटने का परामर्श दिया था. सैलानी और अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालु शनिवार को कश्मीर घाटी से लौटने लगे हैं.