
मध्य पूर्व और यूक्रेन में जारी युद्धों के बीच दक्षिण एशिया में सैन्य टकराव की आशंका अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चिंता में डाल रही है. कुछ पड़ोसी सुलह कराने की पेशकश भी कर रहे हैं.यूरोपीय संघ ने बुधवार को भारत और पाकिस्तान से तनाव कम करने वाले कदम तुरंत उठाने की अपील की. ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के मुख्यालय में संघ के विदेश मामलों के प्रवक्ता अनोआर अल अनौनी ने कहा, "हम दोनों पक्षों से संयम दिखाने की और तनाव घटाने वाले कदम तुरंत उठाने की अपील करते हैं. यूरोपीय संघ विवाद के टिकाऊ शांतिपूर्ण हल के लिए बातचीत और सहमति की प्रक्रिया को दोहराता है."
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो का कहना है कि वह भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों से संपर्क कर चुके हैं. रुबियो ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों से अपील की है कि वे संवाद की लाइनें खुली रहें और स्थिति को और ज्यादा उग्र न होने दें. रुबियो ने अन्य देशों से भी इस दिशा में प्रयास करने को कहा है. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इस घटना पर दुख जताते हुए जल्द ही दोनों देशों के बीच तनाव खत्म होने की उम्मीद जताई.
भारत ने किया जी-7 से संपर्क
अंतरराष्ट्रीय मंच पर अहम भूमिका निभाने वाले फ्रांस, जर्मनी, रूस और तुर्की ने भी इस विवाद पर चिंता जताई है. अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के मुताबिक, इस मामले में भारत ने जी-7 देशों से संपर्क किया है और उन्हें हालात की जानकारी दी है.
जी-7 के सदस्य, ब्रिटेन ने बुधवार को दोनों पक्षों से बातचीत की संभावना तलाशते हुए मौजूदा तनाव को कम करने की अपील की. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने एक बयान में कहा, "भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव एक गंभीर चिंता है. ब्रिटेन की सरकार भारत और पाकिस्तान से संयम दिखाने और आगे के लिए सीधे संवाद वाले तेज और कूटनीतिक रास्ते पर बढ़ने की अपील करती है."
भारत और पाकिस्तान परमाणु हथियारों वाले देश हैं. 22 अप्रैल 2025 को भारतीय कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद से दोनों के रिश्ते तीखे सैन्य तनाव और चेतावनियों में बदल गए हैं. भारत का आरोप है कि यह "आतंकवादी हमला" पाकिस्तान में चल रहे कैंपों में प्लान किया गया. हमले में 25 भारतीय सैलानियों और एक स्थानीय टूर गाइड की मौत के बाद भारत ने 6 मई की रात पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में नौ जगहों पर हवाई हमले किए. भारत का दावा है कि ये हमले "आतंकी कैंपों" पर किए गए.
लेकिन पाकिस्तान का आरोप है कि भारत के हमलों में कई आम नागरिकों की मौत हुई है. पाकिस्तानी सेना और सरकार ने इन हमलों का कड़ा जवाब देने का एलान भी किया है. भारतीय कश्मीर से आ रही रिपोर्टों के मुताबिक, नियंत्रण रेखा से सटे पुंछ, उड़ी और कुछ अन्य इलाकों में भीषण गोलीबारी की जा रही है. वहां से आ रही खबरों में आम नागरिकों की मौत की संख्या बढ़ती जा रही है.
शांति की अपील और सुलह कराने की कोशिश करते पड़ोसी
हमलों और नियंत्रण रेखा पर भीषण गोलीबारी की खबरों के बीच, भारत और पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करने वाले चीन ने दोनों देशों से संयम की अपील की है. चीन, एशिया की अहम शक्ति होने के साथ साथ पाकिस्तान का दोस्त और भारत का प्रतिद्वंद्वी भी है. बुधवार को बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "भारत और पाकिस्तान पड़ोसी हैं और उन्हें एक दूसरे से दूर नहीं किया जा सकता है, ओर वे चीन के भी पड़ोसी हैं."
चीन ने भारत की सैन्य कार्रवाई पर अफसोस जताया लेकिन साथ ही यह भी कहा कि, "चीन हर तरह के आतंकवाद का विरोध करता है."
प्रेस ब्रीफिंग में चीनी विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि, बीजिंग तनाव को घटाने के लिए मध्यस्थ की भूमिका निभाने के लिए तैयार है.
इस बीच ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागाची बुधवार को नई दिल्ली पहुंच रहे हैं. अरागाची पाकिस्तान के दो दिन के दौरे के बाद भारत आ रहे हैं. तेहरान दोनों देशों के बीच सुलह कराने की पेशकश कर रहा है.
पाकिस्तान के करीबी माने जाने वाले खाड़ी के कुछ अमीर देशों ने भी इलाके में स्थिरता और सुरक्षित माहौल की उम्मीद जताई है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंटोनियो गुटेरेष के प्रवक्ता श्टेफान दुजारिच ने एक बयान जारी कर कहा है, "विश्व, भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष नहीं सह सकता है."
एएफपी, डीपीए, रॉयटर्स