PM Modi On Bangladeshi Hindus: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से अपने 11वें लगातार भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक गंभीर मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर 140 करोड़ भारतीय चिंतित हैं. हाल ही में बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से बेदखल होने के बाद हुए राजनीतिक उथल-पुथल में हिंदू समुदाय पर हमले हुए हैं, जिससे यह चिंता और बढ़ गई है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "140 करोड़ भारतीय बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. भारत हमेशा बांग्लादेश की प्रगति का शुभचिंतक रहा है. हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश में स्थिति जल्द सामान्य होगी. भारतीय चाहते हैं कि वहां के हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो."
बांग्लादेश में हालिया घटनाएं और हिंदुओं पर हमले
5 अगस्त को, प्रधानमंत्री शेख हसीना, जिनकी उम्र 76 साल है, बांग्लादेश से भारत के लिए हेलीकॉप्टर द्वारा भाग निकलीं, जब ढाका की सड़कों पर विरोध प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर लिया था. शेख हसीना का 15 साल का शासन, जो मानवाधिकारों के उल्लंघनों के आरोपों से घिरा रहा, अचानक समाप्त हो गया. उनके बेदखल होने से पहले के हफ्तों में हिंसा की घटनाएं हुईं, जिसमें 450 से अधिक लोगों की मौत हो गई और बांग्लादेश के हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय पर हमलों की कई रिपोर्टें सामने आईं.
#WATCH | PM Narendra Modi says, "As a neighbouring country, I can understand the concern regarding whatever has happened in Bangladesh. I hope that the situation there gets normal at the earliest. The concerns of 140 crore countrymen to ensure the safety of Hindus and minorities… pic.twitter.com/R7ldy91uP9
— ANI (@ANI) August 15, 2024
पिछले हफ्ते, ढाका की सड़कों पर फिर से विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसमें सैकड़ों लोगों ने हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ आवाज उठाई. बांग्लादेश की कुल जनसंख्या में लगभग 8 प्रतिशत हिंदू हैं, और उन्होंने परंपरागत रूप से शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी का समर्थन किया है.
बांग्लादेश में सांप्रदायिक हिंसा की बढ़ती घटनाएं
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद के अनुसार, 5 अगस्त के बाद से देश के 64 में से कम से कम 52 जिलों में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं हुई हैं. इन घटनाओं में हिंदू समुदाय पर हमले, उनके घरों और मंदिरों में तोड़फोड़, और उन्हें निशाना बनाए जाने की खबरें शामिल हैं.
भारत की चिंता और उम्मीद
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान न केवल बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर भारत की गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि भारत अपने पड़ोसी देश की स्थिरता और विकास के लिए कितना महत्वपूर्ण है. उन्होंने आशा व्यक्त की कि बांग्लादेश में जल्द ही स्थिति सामान्य होगी और वहां के हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी.
प्रधानमंत्री के इस संबोधन ने बांग्लादेश में जारी राजनीतिक और सामाजिक तनाव के बीच भारत की भूमिका और जिम्मेदारी को भी रेखांकित किया है. यह स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश भारत और बांग्लादेश के संबंधों के महत्व को भी उजागर करता है, और यह बताता है कि भारत हमेशा अपने पड़ोसियों की प्रगति और सुरक्षा का शुभचिंतक रहेगा.