पटना: बिहार (Bihar) के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने अपने एक बड़े बयान में कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने की इच्छा नहीं थी. सीएम नीतीश कुमार ने कहा, "मेरी मुख्यमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं थी. मैंने कहा था कि जनता ने अपना जनादेश दिया है और किसी को भी मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है, बीजेपी अपना मुख्यमंत्री बना सकती है." नीतीश कुमार के इस बयान ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है. सीएम नीतीश ने कहा, मुख्यमंत्री बीजेपी का हो तो मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. मुझे किसी पद का मोह नहीं है.
इससे पहले मुख्मयंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू अध्यक्ष का पद त्याग दिया और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह (RP Singh) को पार्टी का नया अध्यक्ष बनाने की घोषणा कर दी. इसके बाद से विपक्ष इस मुद्दे को भी सियासत का खेल बता रहा है. कांग्रेस ने तो यहां तक कह दिया कि बिहार को नया मुख्यमंत्री मिलने वाला है. कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा, 'बहुत ही जल्दी में आरसीपी सिंह (RCP Singh) को कमान दी गई है. बड़ा राजनीतिक खेल होने वाला है. नीतीश कुमार के विश्वासपात्र आरसीपी सिंह को मिली JDU की कमान, कंधे पर ये बड़ी जिम्मेदारी.
बिहार के सीएम का बड़ा बयान:
I had no desire to become the Chief Minister. I had said that the public had given its mandate and anyone can be made the Chief Minister, BJP could make its own Chief Minister: Bihar CM Nitish Kumar (27.12.2020)
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— ANI (@ANI) December 28, 2020
अरुणाचल प्रदेश में JDU के छह विधायकों के बीजेपी में जाने के घटनाक्रम पर नीतीश कुमार ने कहा कि क्या हुआ अरुणाचल में, छह के जाने के बाद भी वहां JDU का एक विधायक डटा रहा. पार्टी की ताकत को समझिए. हमें सिद्धांतों के आधार पर ही लोगों के बीच जाना है. नफरत का माहौल बनाया जाता है. हमलोग नफरत के खिलाफ हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को गुमराह किया जा रहा है.
इस सियासी उलटफेर के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कहा कि वे बिहार में विपक्ष के संपर्क में बने रहे. कांग्रेस नेता ने कहा, अरुणाचल में जो हुआ है उसकी काट के तौर पर’’ वह अपने राज्य में विपक्षी दलों के संपर्क में बने रहें. बिहार में भी उन्हें ऐसी स्थित (खरीद-फरोख्त) का सामना करना पड़ सकता है.