CM उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा- मैं कोई आम आदमी नहीं हूं, मैंने कोई अपराध नहीं किया
केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी ववादित बयाना दिया है जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है. राणे ने दावा किया कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं और इसी संदर्भ में मंत्री ने यह विवादित बयान दिया.
मुंबई: केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) ने महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को थप्पड़ मारने संबंधी ववादित बयाना दिया है जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है. राणे ने दावा किया कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं और इसी संदर्भ में मंत्री ने यह विवादित बयान दिया. उनके बयान पर शिवसेना नेताओं ने पुणे (Pune), महाड (Mahad) और नासिक (Nashik) में मामला दर्ज करवाया है. पुणे सीपी ने पुष्टि करते हुए बताया कि पुणे पुलिस की एक टीम केंद्रीय मंत्री के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की जांच के लिए रत्नागिरी के चिपलून के लिए रवाना हुई है. वहीं, नासिक पुलिस की एक टीम राणे को गिरफ्तार करने के लिए रवाना हो चुकी है. Mumbai: बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा में कोविड-19 नियमों का उल्लंघन
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने आज कहा “मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. मैं कोई आम आदमी नहीं हूं. मैंने कोई अपराध नहीं किया है. 15 अगस्त के बारे में कोई नहीं जानता तो क्या यह अपराध नहीं है? मैंने कहा था कि मैं थप्पड़ मार देता और यह कहना अपराध नहीं है.”
राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कहा, ‘‘ यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हुए हैं. भाषण के दौरान वह पीछे मुड़ कर इस बारे में पूछताछ करते नजर आए थे. अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता.’’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके राणे पहले शिवसेना में थे, जो बाद में कांग्रेस में आ गये और फिर, 2019 में वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए.
राणे ने दावा किया कि 15 अगस्त को जनता को संबोधित करते समय ठाकरे यह भूल गए थे कि आजादी को कितने साल पूरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि भाषण के बीच में वह अपने सहयोगियों से पूछ रहे थे कि स्वतंत्रता दिवस को कितने साल हुये हैं.
राणे के इस बयान की शिवसेना ने कड़ी निंदा की है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुंबई और कई अन्य स्थानों पर पोस्टर लगाए हैं, जिसमें राणे को ‘कोम्बडी चोर’ (चिकन चोर) बताया गया है. गौरतलब है कि करीब पांच दशक पहले चेंबूर में राणे ‘पॉल्ट्री’ की दुकान चलाते थे.
इस बीच, शिवसेना के रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से सांसद विनायक राउत ने कहा कि राणे मानसिक संतुलन खो चुके हैं. राउत ने कहा, ‘‘ भाजपा नेतृत्व को खुश करने के लिए, राणे शिवसेना और उसके नेतओं को निशाना बना रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में जगह मिलने के बाद वह अपना मानसिक संतुलन खो जुके हैं. मोदी को उन्हें बाहर कर देना चाहिए.’’