नई दिल्ली, 1 अक्टूबर. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में आपराधिक मामले लगातार बढ़ रहे हैं. हाथरस (Hathras Case) और बलरामपुर में लड़कियों के साथ हुई हैवानियत के मामलों के चलते सूबे की बीजेपी सरकार पर पूरा विपक्ष हमलावर है. वहीं हाथरस पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर राजधानी दिल्ली भेज दिया. लेकिन राहुल गांधी के साथ पुलिस ने धक्का-मुक्की और मारपीट की. इस मसले को लेकर कांग्रेस (Congress) की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है. इसी बीच महराष्ट्र से भी इस मसले पर बयान आया है. शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि रोका जा सकता है लेकिन राहुल जी के साथ हाथापाई हुई, धक्का-मुक्की हुई. यह ठीक नहीं है.
संजय राउत ने कहा कि मैंने देखा है, रोका जा सकता है परन्तु जिस तरह से राहुल जी के साथ हाथापाई हुई, धक्का-मुक्की हुई, यह ठीक नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि हाथरस में पीड़ित लड़की का रेप हुआ, हत्या की कोशिश हुई, बाद में उसकी मौत हुई. उसका अंतिम संस्कार तक नहीं होने दिया. पुलिस ने उसे बेरहमी से जलाया. अगर आप पीड़िता की आवाज़ नहीं सुन पाते, उसके परिवार की आवाज़ दबाना चाहते हैं तो आपको 'बेटी बचाओ' नारा देने का अधिकार नहीं है. यह भी पढ़ें-Hathras Case: यूपी सरकार में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह बोले-राहुल और प्रियंका गांधी की तरफ से नहीं दिख रही कोई संवेदनशीलता, फोटो खिंचाने के लिए दोनों सड़क पर निकले
ANI का ट्वीट-
हाथरस में पीड़ित लड़की का रेप हुआ, हत्या की कोशिश हुई, बाद में उसकी मौत हुई। उसका अंतिम संस्कार तक नहीं होने दिया। पुलिस ने उसे बेरहमी से जलाया। अगर आप पीड़िता की आवाज़ नहीं सुन पाते, उसके परिवार की आवाज़ दबाना चाहते हैं तो आपको 'बेटी बचाओ' नारा देने का अधिकार नहीं है : संजय राउत pic.twitter.com/7QKmY4BzdR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 1, 2020
वहीं इससे पहले राहुल गांधी ने कहा कि पुलिस वालों ने मुझे धकेल के लाठी मारकर गिराया ठीक है, मैं कुछ नहीं कह रहा हूं, कोई प्रॉब्लम नहीं. इस हिंदुस्तान में क्या RSS और BJP के लोग ही चल सकते हैं? क्या आम आदमी नहीं चल सकता? क्या इस देश में नरेंद्र मोदी ही पैदल जा सकते हैं?