हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Results 2019) के लिए वोटों की गिनती जारी है. रुझानों में बीजेपी और कांग्रेस में कड़ा मुकाबला दिख रहा है. बीजेपी कांग्रेस से आगे जरुर चल रही है लेकिन बहुमत से दूर है. इस बीच हरियाणा में सरकार बनाने को लेकर हलचल तेज हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों में मंथन का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी हाईकमान की तरफ से सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) को दिल्ली बुलाया गया है. वहीं सूत्रों से खबर आ रही है कि जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) को कांग्रेस ने सीएम पद का ऑफर दिया है. बीजेपी और कांग्रेस को बहुमत न मिलने की स्थिति में जेजेपी किंगमेकर बन सकती है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों जेजेपी से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं.
रुझानों के अनुसार बीजेपी को 42 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं कांग्रेस 27 सीटों पर आगे है. जेजेपी 12 सीटों पर आगे चल रही है. किसी भी पार्टी को बहुमत न मिलने की स्थिति में हरियाणा में तीन तरह से सरकार बन सकती है. अब यहां ये अहम होगा कि जेजेपी किसके साथ जाती है. कांग्रेस जेजेपी को बड़ा ऑफर देकर साथ लाती है या बीजेपी जेजेपी को मनाने में कामयाब होती है.
बीजेपी-जेजेपी
रुझानों को देखते हुए बीजेपी हाईकमान ने सीएम मनोहर लाल खट्टर को दिल्ली बुलाया है. बीजेपी हाईकमान हरियाणा की स्थिति पर मंथन कर सरकार बनाने की संभावनाओं को तलाशेगी. देखना यह होगा कि बीजेपी जननायक जनता पार्टी को अपने पाले में करने में कामयाब हो पाती है या नहीं.
कांग्रेस-जेजेपी
बीजेपी से पीछे चल रही कांग्रेस सरकार बनाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. कांग्रेस जेजेपी से संपर्क बना रही है. ऐसे में कांग्रेस खुद के पास मुख्यमंत्री पद रखकर जेजेपी को उपमुख्यमंत्री पद देने की कोशिश करेगी. हालांकि जेजेपी इस बात पर राजी होती है या नहीं यह बाद में पता चलेगा. जेजेपी कांग्रेस के सामने बड़ी शर्तें रख सकती है.
जेजेपी-कांग्रेस
बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने की कोशिश कर रही कांग्रेस के सामने इस समय सबसे बड़ी मुश्किल जेजेपी को साथ करना है. इसके लिए कांग्रेस हरियाणा में कर्नाटक फार्मूला अपना सकती है. यानी कांग्रेस जेजेपी को सीएम पद दे सकती है. ऐसी स्थिति में जेजेपी अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला सूबे के सीएम बन सकते हैं.