करनाल:- हरियाणा के करनाल में आज जबरदस्त हंगामा देखा गया. दिल्ली के किसान आंदोलन की गूंज से पूरे करनाल में सुनाई दी. दरअसल हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर करनाल जिले के कैमला गांव में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले थे. इस कार्यक्रम में किसान बिल के फायदे और उससे जुड़ी बातों को लेकर सीएम खट्टर किसानों से संवाद करते. लेकिन कार्यक्रम से पहले ही बड़ी संख्या में वहां पर किसान आंदोलन से जुड़े प्रदर्शनकारी जुड़ गए. उन्होंने सीएम खट्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उसके बाद काले झंडे दिखाए. इस दौरान किसानों को वहां से समझा बुझाकर जाने को कहा गया. लेकिन उसके बाद भी जब किसान डटे रहे, तो किसानों को तितरबितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज की और उनपर आंसू गोले भी दागे.
बता दें कि हंगामे के बाद वहां पर बड़ी संख्या में पुलिसबल अब भी तैनात हैं. इस बीच सीएम खट्टर का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया. वहीं, कांग्रेस ने मनोहरल लाल खट्टर की सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, शर्म कीजिए खट्टर साहेब. जब आप किसान महापंचायत कर रहे हैं तो वहाँ आने से किसानों को ही रोकने का मतलब क्या है? मतलब साफ़ है-आपको किसानों से सरोकार न होकर केवल इवेंटबाजी से मतलब है. याद रखिए, यही हाल रहा तो बिना पुलिस के आपका घर से निकलना नामुमकिन हो जाएगा. काले क़ानून वापस लें. बीजेपी MLA मदन दिलावर का विवादित बयान, बोले- कथित किसान आंदोलन में खा रहे हैं चिकन बिरयानी, बर्ड फ्लू फैलने का खतरा
रणदीप सिंह सुरजेवाला का ट्वीट:-
शर्म कीजिए खट्टर साहेब।
जब आप किसान महापंचायत कर रहे हैं तो वहाँ आने से किसानों को ही रोकने का मतलब क्या है?
मतलब साफ़ है-आपको किसानों से सरोकार न होकर केवल इवेंटबाजी से मतलब है।
याद रखिए, यही हाल रहा तो बिना पुलिस के आपका घर से निकलना नामुमकिन हो जाएगा।
काले क़ानून वापस लें। pic.twitter.com/SllwV6CjFy
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 10, 2021
ANI का ट्वीट:-
Karnal: Protesting farmers gather in Kaimla village where Haryana CM Manohar Lal Khattar will hold Kisan Mahapanchayat shortly.
Police use teargas to disperse protestors. pic.twitter.com/SxV5ivKKs9
— ANI (@ANI) January 10, 2021
गौरतलब हो कि किसानों की मांग है कि इन कानूनों को निरस्त किया जाए. उन्होंने पहले घोषणा की थी कि वे किसान महापंचायत का विरोध करेंगे. किसान काले झंडे लिए हुए थे और बीजेपी नीत सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कैमला गांव की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे थे. पुलिस ने गांव के प्रवेश स्थानों पर बैरीकेड लगा दिए ताकि वे कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंच पाएं.