पणजी: गोवा (Goa) में बीजेपी (BJP) का सरकार बनाना लगभग तय है. गोवा विधानसभा चुनाव 2022 (Goa Assembly Election 2022) में बीजेपी को 20 सीटों पर जीत मिली हैं और बहुमत से महज एक सीट पीछे रही है. बीजेपी को निर्दलियों का समर्थन भी मिल गया है. उधर, आम आदमी पार्टी (AAP) को पहली बार विधानसभा में उतरी है. आप के दो उम्मीदवार जीत गए हैं. गोवा के निवर्तमान मुख्यमंत्री प्रमोद सांवत (Pramod Sawant) ने भी अपनी सीट जीत दर्ज कर ली है. 14 फरवरी को हुए चुनाव के नतीजे आ गए हैं. वहीं सत्तारूढ़ बीजेपी का दावा है कि वो लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. Goa Assembly Election Results 2022: गोवा में बीजेपी ने अब तक 19 सीटों पर जीत दर्ज की, एक सीट पर आगे
इस बार गोवा विधानसभा चुनाव में 301 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे. इनमें बीजेपी के 40, कांग्रेस के 37, आम आदमी पार्टी के 39, टीएमसी के 26, एमजीपी के 13 और निर्दलीय 68 उम्मीदवार थे. 11.56 लाख मतदाताओं ने इनकी हार-जीत का फैसला ईवीएम द्वारा तय किया है. दूसरी तरफ महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और गोवा में बीजेपी के प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि गोवा के लोगों ने हमें बहुमत दिलाया है. लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताया है. बीजेपी के साथ निर्दलीय उम्मीदवार भी आ रहे हैं. एमजीपी का भी समर्थन हमारे साथ है. हम सबको साथ लाकर सरकार बनाएंगे.
पार्टी | सीटें जीती | आगे | कुल |
बीजेपी | 20 | 0 | 20 |
कांग्रेस | 10 | 1 | 11 |
AAP | 2 | 0 | 2 |
GFP | 1 | 0 | 1 |
RGP | 1 | 0 | 1 |
MGP | 2 | 0 | 2 |
निर्दलीय | 3 | 0 | 3 |
कुल | 39 | 1 | 40 |
इन सीटों पर थीं सबकी निगाहें:-
संक्वेलिम विधानसभा सीट
सीएम प्रमोद सावंत उत्तरी गोवा की संक्वेलिम विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे. प्रमोद सावंत 666 वोटों से जीत दर्ज की हैं. 2012 में यहां से भाजपा के टिकट पर पहली बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए. उसके बाद 2012 में भी इसी सीट से चुनाव जीते. प्रमोद सावंत विधानसभा स्पीकर भी रहे हैं. दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद 18 मार्च 2019 को राज्य के 13वें सीएम बने थे.
पणजी विधानसभा सीट
गोवा के पूर्व सीएम मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर उत्तरी गोवा की पणजी सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे. इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार आतानासियो मोन्सेरात ने उत्पल को 716 वोटों से हराया. इस सीट पर भाजपा का दबदबा कायम हैं. इस बार उत्पल ने कड़ी चुनौती दी है. भाजपा ने यहां से मौजूदा विधायक अतानासियो मोनसेरेट को टिकट दी थी. इससे पहले इस सीट से उत्पल के पिता और दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर जीतते आए हैं. पर्रिकर के निधन के बाद 2019 में उपचुनाव हुए तो मोनसेरेट ने जीत हासिल की थी.
मरगाओ विधानसभा सीट
कांग्रेस नेता दिगंबर कामत यहां दक्षिण गोवा की मरगाओ विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे. वे इस सीट से लगातार 1994 से विधायक हैं. कांग्रेस ने दिगंबर कामत ने इस भार भी शानदार जीत दर्ज की हैं. दिगंबर कामत ने बीजेपी उम्मीदवार आजगांवकर मनोहर को 7794 वोटों से मात दी हैं. कामत यहां 1994 में पहली बार भाजपा से जीते थे. वे 1999, 2002 में भी भाजपा से जीते. बाद में कांग्रेस में शामिल हुए और 2007, 2012 और 2017 में भी मरगाओ से चुने गए.
फटोर्डा विधानसभा सीटगोवा
फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के अध्यक्ष विजय सरदेसाई फटोर्डा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे थे. इस सीट पर विजय सरदेसाई ने बीजेपी के दामू नाईक को 1444 वोटों से हराया हैं. ये सीट दक्षिण गोवा में आती है. विजय यहां से साल 2012 में पहली बार चुनाव जीते थे. उसके बाद 2017 का चुनाव भी जीता था.
सांताक्रूज विधानसभा सीट
सांताक्रूज सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार रूडॉल्फ लुईस फर्नांडिस ने बीजेपी प्रत्याशी आन्तोनियो कायतान फर्नांडिस को 2464 वोटों से पटखनी दी हैं. वहीं, आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार अमित पालेकर को महज 4098 ही वोट मिले हैं. अमित का ये पहला चुनाव था.
गोवा में बीजेपी ने पहली बार साल 1999 में अपनी सरकार बनाई थी, तब मनोहर पर्रिकर मुख्यमंत्री बने थे. इसके बाद फिर बीजेपी 2002, 2012 और 2017 में सत्ता में आई. कांग्रेस यहां सबसे ज्यादा करीब 25 साल सत्ता में रही है. भाजपा 13 साल से अधिक सरकार चलाकर दूसरे नंबर पर है.
बता दें कि 2017 विधानसभा चुनाव में 17 सीटें जीतने के बाद भी कांग्रेस सरकार नहीं बना पाई थी. इसका कारण था कि यहां 13 सीटें जीतने वाली बीजेपी ने कुछ निर्दलीय विधायकों और क्षेत्रीय दलों के विधायकों को अपने साथ ले लिया और बहुमत साबित कर दिया था. कांग्रेस से पहले ही बीजेपी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया और मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में सरकार बनाई गई थीं.