बेंगलुरु: पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रख्यात किसान नेता बाबागौड़ा पाटिल (Babagouda Patil) का शुक्रवार को बेलगावी के अस्पताल में निधन हो गया. पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 76 वर्षीय पाटिल का केएलईएस डॉ. प्रभाकर कोरे अस्पताल में इलाज चल रहा था जहां उन्होंने आखिरी सांस ली. वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार केसवानी का कोरोना से निधन
पाटिल का जन्म छह जनवरी 1945 में बेलगावी जिले के चिक्का बागेवाड़ी में हुआ था और उन्होंने यहीं के आरएल साइंस इंस्टीट्यूट से विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी. पाटिल वर्ष 1989 में कित्तूर से निर्दलीय विधायक चुने गए और वर्ष 1998 में भाजपा के टिकट पर बेलगाम सीट से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए.
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वह ग्रामीण विकास (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री रहे. पाटिल के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने कहा कि बाबागौड़ा पाटिल किसानों के संघर्ष में हमेशा आगे रहे.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘वह कर्नाटक राज्य रैयत संघ के संस्थापक सदस्यों में से थे जिन्होंने हमेशा किसानों की चिंता की और उनकी बेहतरी के लिए काम किया. उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री के तौर पर भी अपनी सेवा दी.’’
कर्नाटक के ग्रमीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने कहा कि वह पाटिल के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध हैं. ईश्वरप्पा ने ट्वीट किया, ‘‘पाटिल कड़े संघर्ष के बाद राजनीति में आए. वह देश के अग्रणी किसान नेताओं में से एक थे. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे.’’
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