नई दिल्ली. भारत के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई (Ranjan Gogoi) ने आज राज्यसभा (Rajya Sabha) सदस्य के तौर पर शपथ ली है. उनके शपथ ग्रहण के दौरान विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया. इसके साथ ही वॉकआउट भी कर दिया है. बताना चाहते है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) ने उन्हें मनोनीत किया है. इस फैसले के बाद से ही विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है. रंजन गोगोई ने रिटायर होने से पहले ऐतिहासिक राम मंदिर (Ram Mandir) मसले का फैसला सुनाया था. रंजन गोगोई के शपथ लेने के दौरान कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के सांसदों ने शेम-शेम के नारे भी लगाए हैं. जिसके बाद देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जवाब देते हुए कहा कि पूर्व में भी कई पूर्व चीफ जस्टिस और प्रसिद्द लोग इस सदन का हिस्सा रह चुके हैं.
बता दें कि रंजन गोगोई देश के 46वें प्रधान न्यायाधीश थे. वे इस पद पर 3 अक्टूबर, 2018 से 17 नवंबर, 2019 तक रहे हैं. गोगोई को राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया था. तभी विपक्ष के नेता असदुद्दीन ओवैसी, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला, अभिषेक मनु सिंघवी सहित कई नेताओं ने ट्वीट कर हमला बोला था. यह भी पढ़े-रंजन गोगोई को राष्ट्रपति ने किया राज्यसभा के लिए मनोनीत, असदुद्दीन ओवैसी-यशवंत सिन्हा सहित इन नेताओं ने मोदी सरकार पर उठाये सवाल
ANI का ट्वीट-
Members of opposition parties walk out from the House as Former Chief Justice of India Ranjan Gogoi takes oath as Rajya Sabha MP. https://t.co/HrtZ1vMrcP pic.twitter.com/UgITFNxREP
— ANI (@ANI) March 19, 2020
ज्ञात हो कि रंजन गोगोई का जन्म 18 नवंबर, 1954 को असम में हुआ था. उन्होंने डिब्रूगढ़ के डॉन बोस्को स्कूल और राजधानी दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से पढ़ाई की है. उनके पिता केशव चंद्र गोगोई असम के मुख्यमंत्री थे.