नई दिल्ली, 9 दिसंबर. कृषि बिल (Farm Bills 2020) को लेकर घमासान अब खत्म होने की बजाय और भी बढ़ गया है. दरअसल किसानों ने केंद्र के प्रस्ताव को नकार दिया है. जिसके बाद अब यह मसला अब लंबा चलने वाला है. किसानों और सरकार के बीच कई बात बातचीत भी हुई है. लेकिन कोई हल अंत तक नहीं निकल सका है. इससे पहले सरकार ने लिखित प्रस्ताव किसानों के पास आज भेजा था. कृषि कानून को लेकर राजधानी दिल्ली में किसानों ने मोर्चा संभाला हुआ है.
बता दें कि किसानों ने मोदी सरकार के कृषि कानूनों को लेकर दिए गए प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. इसके साथ ही किसानों का कहना है कि कानून के खत्म होने तक आंदोलन जारी रहेगा. अब किसानों का आंदोलन और भी तेज होने वाला है. किसानों ने कहा कि अब आंदोलन तेज होगा. जिसके तहत 14 दिसंबर को देशभर में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. साथ ही हम अब राजधानी दिल्ली की सड़कों को जाम कर देंगे. यह भी पढ़ें-Farmers' Protest Updates: कृषि बिल पर किसान नेताओं को केंद्र का लिखित 20 पन्नों का प्रस्ताव मिला, किसानों ने कहा-हम प्रस्ताव को पढ़ेंगे, फिर इस पर चर्चा के बाद कोई फैसला लेंगे
ANI का ट्वीट-
We reject the government's proposals: Darshan Pal, President of Krantikari Kisan Union at Singhu (Delhi-Haryana border)#FarmLaws pic.twitter.com/FmBgyqAiU2
— ANI (@ANI) December 9, 2020
गौर हो कि किसानों और सरकार के बीच हुई बातचीत से ऐसा लगा था कि यह मामला सुलझेगा लेकिन कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं बनने से बात नहीं बन सकी है. किसानों ने यह भी कहा कि अब राजधानी दिल्ली और आसपास के राज्यों से 'दिल्ली चलो' की हुंकार भरने वाले हैं. देश के अन्य राज्यों में भी अनिश्चितकाल तक के लिए धरना दिया जाएगा.