किसान समूहों, ट्रेड यूनियनों और प्रमुख राष्ट्रीय राजनीतिक दलों की ओर से बुलाया गया 'भारत बंद' एक राजनीतिक बंद नहीं है, बल्कि यह तो किसानों की आवाज को मजबूत करने के उद्देश्य से बुलाया गया बंद है. शिवसेना ने सोमवार को यह बात कही. महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के घटक दल शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस ने राज्य के कई अन्य दलों के साथ मंगलवार को बुलाए गए 'भारत बंद' के पीछे अपना पूरा जोर लगा दिया है>
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने मीडिया से कहा, "यह कोई राजनीतिक बंद नहीं है. शिवसेना अध्यक्ष और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों से कल (मंगलवार) स्वेच्छा से बंद में भाग लेने की अपील की है." यह भी पढ़े: Farmers Protest: भारत बंद से पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिले किसान संगठन के कई नेता, बोले- कृषि कानून रद्द न करें
उन्होंने कहा कि जब पूरा देश पिछले 10 महीनों से बंद था, तब वे ही थे, जो लगातार अपने खेतों में काम नहीं कर रहे थे और अब पिछले 12 दिनों से वह ठंड के मौसम में दिल्ली की सीमाओं पर बैठने को मजबूर हैं. राउत ने कहा कि किसान कहीं के भी हों, चाहे वे पंजाब या हरियाणा से हों, या कहीं और से, मगर वे किसान ही हैं और उन्हें अब हमारी जरूरत है। उन्होंने कहा, "एक देश के रूप में हमें उनका समर्थन करना चाहिए."