Delhi CM Rekha Gupta Attack Case: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर उनके सरकारी आवास में हुए हमले के बाद राजनीतिक भूचाल आ गया है. जांच में पता चला है कि इस हमले के पीछे गुजरात के राजकोट निवासी राजेश भाई खिमजी सकारिया (Rajesh Bhai Khimji Sakariya) का हाथ है. आरोपी फिलहाल पांच दिन की पुलिस रिमांड पर है. सूत्रों के मुताबिक, राजेश 22 अगस्त की सुबह करीब 8 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचा था. मुख्यमंत्री वहां जनसुनवाई कार्यक्रम (Jan Sunwayi Karykram) के तहत आम लोगों से मिल रही थीं.
8:15 बजे जब उसकी बारी आई, तो उसने कुत्तों को लेकर अपनी शिकायत दर्ज कराई. आरोपी का दावा है कि जब मुख्यमंत्री ने उसकी बात अनसुनी कर दी और उसे आगे बढ़ने का इशारा किया, तो वह भड़क गया और उनके साथ बदसलूकी करने लगे.
कैसे हुआ हमला?
पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी अचानक जोर से चिल्लाया और मुख्यमंत्री (CM Rekha Gupta Attack Highlights) पर झपटा और उनके बाल पकड़कर झटके से मारने लगा. इस दौरान मुख्यमंत्री जमीन पर गिर गईं और उन्हें चोट लग गई. मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों ने तुरंत राजेश को पकड़ लिया और उसे पुलिस स्टेशन ले जाया गया.
राजेश को अदालत ने पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. जांच अधिकारी कह रहे हैं कि उससे पूछताछ में कई बातें सामने आ रही हैं. पुलिस अब आरोपी को उज्जैन और राजकोट (Rajkot News) ले जाएगी ताकि उसके बयान की पुष्टि हो सके. इससे यह भी स्पष्ट हो जाएगा कि दिल्ली आने से पहले वह किन-किन जगहों पर गया था और क्या उसकी कोई और साजिश थी.
मानसिक स्वास्थ्य पर भी सवाल
पुलिस जांच के दौरान एक और पहलू सामने आया है - राजेश की मानसिक स्थिति. आरोपी की मां ने पहले ही मीडिया को बताया था कि उसका मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं है.
अब पुलिस उसकी मेडिकल टीम से जांच कराने की भी तैयारी कर रही है. सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि आरोपी के बयान कई बार बदलते रहे हैं, इसलिए उसके मानसिक स्वास्थ्य का सही आकलन जरूरी है.
गुजरात कनेक्शन और आपराधिक पृष्ठभूमि (Who is Rajesh Bhai Sakriya)
राजेश गुजरात के राजकोट का रहने वाला है और वहीं से दिल्ली आया था. शुरुआती जांच में पता चला है कि उसके खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें चाकूबाजी और गुजरात के शराबबंदी कानून से जुड़े मामले शामिल हैं. इसके अलावा, वह कुत्तों के प्रति अपनी संवेदनशीलता के लिए भी अक्सर चर्चा में रहा है.
बताया जा रहा है कि वह सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश से काफी नाराज था, जिसमें दिल्ली-एनसीआर के आवारा कुत्तों को पकड़कर शेल्टर होम भेजने की बात कही गई थी.
जांच किस दिशा में जा रही है?
इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस, खुफिया एजेंसियों और गुजरात पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से की जा रही है. सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं. शुरुआती सुरागों से पता चलता है कि आरोपी ने सरकारी आवास का पहले ही मुआयना कर लिया था, यानी हमला अचानक नहीं बल्कि योजनाबद्ध हो सकता है.
पुलिस आरोपी को उज्जैन और राजकोट ले जाएगी और उसके मोबाइल डेटा, कॉल डिटेल्स और सोशल मीडिया गतिविधियों की जांच की जाएगी. इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि वह अकेला आया था या किसी और के निर्देश पर काम कर रहा था.













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