महाराष्ट्र में नाटकीय घटनाक्रम के तहत राज्यपाल बी.एस. कोश्यारी ने शनिवार सुबह भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) नेता देवेंद्र फडणवीस को राज्य के मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) नेता अजीत पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई. दोनों नेताओं ने आज सुबह लगभग आठ बजे यहां राजभवन में एक कार्यक्रम में शपथ ली. इस दौरान भाजपा और राकांपा के नेताओं के साथ-साथ अन्य सरकारी अधिकारी मौजूद थे.
इसके तुरंत बाद, फडणवीस ने कहा कि राज्यपाल उन्हें पत्र देकर निर्देश देंगे कि सदन में नई सरकार के लिए कब बहुमत सिद्ध करना होगा. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार बाद में होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फडणवीस और पवार को बधाई दी है. इसके बाद गृह मंत्रालय ने एक पत्र जारी कर दिया, जिसके अनुसार महाराष्ट्र से राष्ट्रपति शासन हटा दिया गया है. मीडिया से बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन में स्पष्ट बहुमत पाने वाली शिवसेना ने चुनाव के बाद जनादेश खारिज कर दिया.
Devendra Fadnavis took oath as Maharashtra Chief Minister again,NCP's Ajit Pawar took oath as Deputy CM,oath was administered by Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari at Raj Bhawan pic.twitter.com/KrejSTXTBd
— ANI (@ANI) November 23, 2019
उन्होंने कहा कि शिवसेना कुछ अन्य दलों के साथ सरकार बनाने की कोशिश करने लगी, जिसके कारण राज्य में राष्ट्रपति शासन लग गया. हालांकि, इन तीन दलों के लिए खिचड़ी सरकार बनाना और संभव नहीं दिखा और राज्य में स्थाई सरकार देने के लिए कोई निर्णय नहीं लिया जा सका. फडणवीस ने कहा, "अजीत पवार और अन्य के समर्थन से हमने राज्यपाल को एक सूची भेजी, जिन्होंने इस पर निर्णय लेने के लिए केंद्र से चर्चा की."
इसके बाद केंद्र से विचार-विमर्श करने के बाद राज्यपाल ने फडणवीस और पवार को सरकार बनाने का आमंत्रण दे दिया. वहीं अजीत पवार ने कहा कि मौजूदा समय में स्थाई सरकार बनाने की जरूरत है जो बनती प्रतीत नहीं हो रही थी. उन्होंने कहा, "मैं सरकार बनाने के लिए लगातार हो रही वार्ताओं से थक गया था और इसीलिए मैंने फडणवीस के साथ जाकर राज्य को स्थाई सरकार बनाने का निर्णय लिया."