दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के तमाम सुरक्षा इंतजामों को ठेंगा दिखाकर चोरों ने राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) में डाली जा रही पानी लाइन के पाइपों को ही चुरा लिया. पूरी घटना प्रधानमंत्री के सुरक्षा रूट पर मौजूद सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है. घटना के बाद नींद से जागी दिल्ली पुलिस अब चोरों की तलाश में पसीना बहा रही है. इस हाई प्रोफाइल चोरी का मामला नई दिल्ली जिले के चाणक्यपुरी थाने में पुलिस ने दर्ज कर ली है. हालांकि, घटना को जमाने से छिपाने के लिए नई दिल्ली जिले के डीसीपी से लेकर दिल्ली (Delhi) पुलिस प्रवक्ता तक किसी ने कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी है.
नई दिल्ली जिला पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, "काफी दिनों से जोरबाग इलाके से लेकर राष्ट्रपति भवन के बीच पानी पाइप लाइन डाले जाने का काम चल रहा है. पाइप लाइन में डाले जाने वाले काफी संख्या में पाइप राष्ट्रपति भवन के 23 और 24 नंबर गेटों के आसपास भी डाल दिए गए. यह पाइप ठेकेदार के कर्मचारियों ने डाले हैं."
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चाणक्यपुरी थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, "कंपनी के मालिक अरुण जैन को किसी तरह से भनक लगी कि पानी लाइन में डाले जाने वाले 20-22 पाइप मौके से गायब है. उसने सूचना तुरंत थाना पुलिस को दी. राष्ट्रपति भवन में जाने वाली पाइप लाइन में इस्तेमाल होने वाले पाइप चोरी की घटना का पता चलते ही दिल्ली पुलिस को पसीना आ गया."
चाणक्यपुरी थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो, पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में दर्ज मिल गई. सीसीटीवी प्रधानमंत्री के सुरक्षा रूट पर लगाए गए हैं. सीसीटीवी से खुलासा हुआ कि दिल्ली पुलिस से बेखौफ चोर कंटेनर में नए पाइपों को भरकर ले जा रहे हैं. सीसीटीवी फुटेज से ही इस बात का खुलासा हुआ कि चोर पाइप तो कंटेनर में भरकर ले गए. मगर वे सब खुद आए थे कार में सवार होकर.
चाणक्यपुरी थाना पुलिस सूत्रों ने गुरुवार की रात आईएएनएस को बताया, "सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने वो स्विफ्ट डिजायर कैब पता कर ली, जिसमें चोर बैठकर पहुंचे थे. तार जोड़ते हुए पुलिस आजमगढ़ के रहने वाले अजय तक सबसे पहले पहुंची. अजय की निशानदेही पर बिहार के निवासी 38 साल के मिथलेश, उबर कैब चालक अमेठी के रहने वाले राकेश तिवारी व दिल्ली निवासी गुड्डू खान को अलग अलग जगहों से गिरफ्तार कर लिया गया."
गिरफ्तार चोरों ने कबूला कि उन्होंने चोरी किये पाइपों को मेरठ में ले जाकर बेच दिया था. बुधवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस ने अजय का रिमांड ले लिया है. जबकि बाकी सभी अन्य आरोपियों को जेल भेज दिया.