सोचिए, अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले 6 साल तक चुनाव न लड़ पाएं तो? जी हाँ, ऐसा हो सकता है! दिल्ली हाई कोर्ट में सोमवार को एक ऐसी ही याचिका पर सुनवाई होगी जिसमें पीएम मोदी को 6 साल के लिए अयोग्य घोषित करने की मांग की गई है.
मामला क्या है?
याचिकाकर्ता का आरोप है कि पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान धार्मिक देवी-देवताओं और पूजा स्थलों के नाम पर वोट मांगे थे, जो कि जनप्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन है. इस कानून के तहत, धर्म के आधार पर वोट मांगना गैरकानूनी है और ऐसा करने पर उम्मीदवार को अयोग्य घोषित किया जा सकता है.
सुनवाई में देरी क्यों?
इस मामले की सुनवाई आज होनी थी, लेकिन जस्टिस सचिन दत्ता, जो इस मामले की सुनवाई कर रहे थे, छुट्टी पर हैं. इसलिए सुनवाई सोमवार तक के लिए टाल दी गई है.
Delhi High Court to hear on Monday plea to disqualify Prime Minister Narendra Modi for six years for allegedly seeking votes in the name of religious deities and place of worships for Lok Sabha polls.
Justice Sachin Datta, who had to hear the matter today, is on… pic.twitter.com/OrMJiuCa7M
— Live Law (@LiveLawIndia) April 26, 2024
सोमवार को क्या होगा?
सोमवार को हाई कोर्ट इस याचिका पर सुनवाई करेगा और तय करेगा कि क्या इस मामले में आगे बढ़ना है या नहीं. अगर कोर्ट याचिका को स्वीकार करता है, तो मोदी जी को अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा. अगर कोर्ट याचिकाकर्ता के पक्ष में फैसला सुनाता है, तो पीएम मोदी को 6 साल के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित किया जा सकता है.
इस मामले का महत्व क्या है?
यह मामला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह धर्म और राजनीति के बीच की रेखा को लेकर बहस छेड़ सकता है. अगर कोर्ट पीएम मोदी को दोषी पाता है, तो यह एक ऐतिहासिक फैसला होगा और इसका असर आने वाले चुनावों पर भी पड़ सकता है.
अब देखना यह है कि सोमवार को कोर्ट क्या फैसला सुनाता है. क्या पीएम मोदी को 6 साल के लिए अयोग्य घोषित किया जाएगा? या फिर यह याचिका खारिज हो जाएगी? इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमें सोमवार तक का इंतजार करना होगा.