दिल्ली विधानसभा स्पीकर ने आतिशी सहित AAP के 21 विधायकों को 3 दिन के लिए किया सस्पेंड
21 AAP MLAs Suspended | PTI

नई दिल्ली: दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर जबरदस्त उथल-पुथल मची हुई है. दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के 21 विधायकों को तीन दिनों के लिए निलंबित कर दिया. इस निलंबन का कारण कैग (CAG) रिपोर्ट पर हंगामा और बीआर आंबेडकर के चित्र को लेकर विरोध प्रदर्शन बताया जा रहा है.

दिल्ली की नई शराब नीति से 2,000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान, CAG रिपोर्ट में बड़ा खुलासा.

मंगलवार को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने विधानसभा में भाषण दिया, लेकिन इस दौरान AAP के विधायकों ने जोरदार हंगामा किया. मामला तब और गरम हो गया जब कैग रिपोर्ट पेश की गई, जिसमें दिल्ली की आबकारी नीति (शराब नीति) से जुड़े गंभीर आरोप लगाए गए.

इसके साथ ही AAP विधायकों ने आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय से डॉ. भीमराव आंबेडकर का चित्र हटा दिया गया है, जिसे लेकर वे विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.

पहले 12 विधायकों को और फिर बाकी 9 विधायकों को निलंबित किया गया, जिससे कुल 21 विधायक तीन दिनों के लिए सदन से बाहर हो गए.

कौन-कौन हुए निलंबित?

निलंबित विधायकों में प्रमुख नाम आतिशी का है, जो इस समय विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं. इनके अलावा: गोपाल राय, वीर सिंह धींगान, मुकेश अहलावत, चौधरी जुबैर अहमद, अनिल झा, विशेष रवि, जरनैल सिंह और अन्य 13 विधायक भी शामिल हैं.

AAP विधायकों का विरोध प्रदर्शन

निलंबन के बाद, AAP विधायकों ने विधानसभा परिसर में धरना दिया और आंबेडकर के पोस्टर हाथ में लेकर प्रदर्शन किया. वे जोर-जोर से नारेबाजी कर रहे थे, "बाबासाहेब का ये अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान!"

आतिशी ने बीजेपी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि "बीजेपी सरकार ने डॉ. आंबेडकर के चित्र को हटाकर उनका अपमान किया है. जब तक इसे वापस नहीं लगाया जाता, हम विरोध जारी रखेंगे."

CAG रिपोर्ट पर क्यों मचा हंगामा?

बीजेपी सरकार ने विधानसभा में कैग रिपोर्ट पेश की, जिसमें दिल्ली की 2021-22 की शराब नीति को लेकर AAP सरकार पर 2000 करोड़ रुपये के अधिक के नुकसान का आरोप लगाया गया. शराब लाइसेंस बांटने में गड़बड़ियां हुईं. नीति बनाते वक्त एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिशों को अनदेखा किया गया. अधिकारियों की लापरवाही से सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ.