राष्ट्रीय राजधानी में 8 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवारों की सूची जारी होने के चंद दिनों बाद टिकट न मिलने से नाराज विधायकों के पार्टी छोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है. बेटिकट किए गए 15 विधायकों में द्वारका से विधायक आदर्श शास्त्री और हरि नगर से विधायक जगदीप सिंह भी शामिल हैं. इन दानों ने पार्टी छोड़ दी है। दिवंगत प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के पोते आदर्श शास्त्री 2015 के चुनाव में 59.08 फीसदी वोट पाकर जीते थे. वह शनिवार को आप छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए.
वहीं, जगदीप सिंह ने भी पार्टी छोड़ने की घोषणा की. उन्होंने हालांकि अपने अगले रुख का खुलासा नहीं किया है. सिंह ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि वह अपने अगले रुख का खुलासा जल्द ही करेंगे. सिंह अपने आधिकारिक ट्विटर प्रोफाइल पर आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल की तस्वीर का उपयोग कर रहे थे, जिसे शनिवार को उन्होंने बदल दिया. टिकट से वंचित बदरपुर से मौजूदा विधायक एन.डी. शर्मा ने मंगलवार को कहा था कि उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और केजरीवाल व मनीष सिसोदिया पर 20 करोड़ रुपये लेकर एक भू-माफिया को टिकट देने का आरोप लगाया.
शर्मा ने आईएएनएस से बातचीत में पुष्टि की कि वह बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए हैं और उसी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. पूर्व कांग्रेसी व बदरपुर से दो बार विधायक रहे राम सिंह नेताजी बीते सोमवार को आप में शामिल हुए थे. इस बार शर्मा की जगह उन्हें टिकट दिया गया है. साल 2015 के चुनाव में शर्मा को 59.3 फीसदी वोट मिले थे.
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली कैंट इलाके से आप विधायक सुरिंदर सिंह भी पार्टी छाड़ने का मन बना रहे हैं. पूर्व सरकारी कर्मचारी ने हालांकि कहा कि वह अभी आप के साथ बने हुए हैं. सिंह ने कहा कि उन्होंने इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं लिया है.
सीलमपुर से हाजी इशराक के बजाय इस बार पूर्वी दिल्ली नगर निगम का चुनाव जीते अब्दुल रहमान को टिकट दिया गया है. हाजी ने आरोप लगाया कि उन्होंने केजरीवाल को एनआरसी और सीएए के खिलाफ मुस्लिमों के प्रदर्शन का समर्थन का करने को कहा था, इसलिए नाराज हो गए. साल 2015 के चुनाव में 51.26 फसदी वोट पाने वाले हाजी ने आईएएनएस से कहा, "मैं अभी विकल्प के बारे में सोच रहा हूं.
आप ने मंगलवार को 70 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की थी. इस सूची में 15 मौजूदा विधायकों के नाम नहीं हैं. जो विधायक टिकट से वंचित किए गए हैं, उनमें शामिल हैं पंकज पुष्कर (तिमारपुर), राम चंदर (बवाना), सुखबीर दलाल (मुंडका), हजारी लाल चौहान (पटेल नगर), विजेंद्र गर्ग (राजेंद्र नगर), अवतार सिंह (कालकाजी), राजू धींगान (त्रिलोकपुरी), मनोज कुमार (कोंडली), चौधरी फतेह सिंह (गोकुलपुर) और आसिम अहमद खान (मटिया महल). दिल्ली के मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल अगले महीने खत्म होने जा रहा है. नए चुनाव के लिए मतदान 8 फरवरी को होगा और मतगणना 11 फरवरी को होगी.