नई दिल्ली. नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act) लागू होने के बावजूद देश में इसका विरोध शुरू है. इसी बीच शनिवार को राजधानी दिल्ली में सीडब्ल्यूसी (Congress Working Committee) की तरफ से बैठक की गई. इस बैठक में कांग्रेस के तमाम नेता शमिल हुए. वही इस बैठक से कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) नदारद रहे. इस दौरान अपने नेताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाधी (Sonia Gandhi) ने कहा की नए साल की शुरुआत संघर्षों, अधिनायकवाद, आर्थिक समस्याओं और अपराध से हुई है.
उन्होंने सीएए को भेदभावपूर्ण और विभाजनकारी कानून करार देते हुए दावा किया कि इसका मकसद सिर्फ भारत के लोगों को धर्म के आधार पर बांटना है. इसके अतिरिक्त सोनिया गांधी ने नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शनों और देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया. उन्होंने जेएनयू और अन्य जगहों पर युवाओं एवं छात्रों पर हमले की घटनाओं के लिए उच्च स्तरीय आयोग के गठन की मांग भी की. यह भी पढ़े-CAA Protest: मोदी सरकार पर बरसी सोनिया गांधी, बोली ’जनता की आवाज सुनना आपकी जिम्मेदारी’
ANI का ट्वीट-
Congress interim President Sonia Gandhi: The CAA is a discriminatory and divisive law. The sinister purpose of the law is clear to every patriotic, tolerant and secular Indian: it is to divide the Indian people on religious lines. https://t.co/5n5LcZAFyo
— ANI (@ANI) January 11, 2020
सोनिया गांधी ने आगे कहा कि जेएनयू, जामिया मिल्लिया इस्लामिया और कुछ अन्य जगहों पर युवाओं और छात्रों पर हुए हमले की जांच के लिए विशेषाधिकार आयोग का गठन होना चाहिए.
बता दें कि इस बैठक में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, अहमद पटेल, एके एंटनी, मल्लिकार्जुन खड़गे और कई अन्य नेता शामिल हुए. इस बैठक में राहुल गांधी के मौजूद नहीं रहने के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष फिलहाल यात्रा पर हैं. वह रविवार सुबह से पार्टी के काम के लिए मौजूद होंगे.