दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और AAP नेता मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के वकील अलख आलोक श्रीवास्तव (Alakh Alok Srivastava) ने एक फर्जी खबर फैलाने को लेकर दिल्ली कोर्ट में आपराधिक शिकायत दर्ज की है. मनीष सिसोदिया पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली पुलिस को लेकर गलत सूचनाएं फैलाई. मनीष सिसोदिया के खिलाफ यह शिकायत दिल्ली पुलिस के एक फेक वीडियो शेयर करने पर की गई है. वीडियों में बताया गया है कि दिल्ली पुलिस जामिया हिंसा के दौरान बसों में आग लगा रही है.
दरअसल यह वीडियो नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान का है. वीडियो जामिया मिलिया इस्लामिया के आसपास के इलाकों में हुई हिंसा का है. जहां हिंसा के दौरान कई बसों में आग लगा दी गई थी. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी कैन में कुछ भरकर बस के अंदर फेंकते नजर आ रहे हैं. इनमें दावा किया गया कि बसों में आग दिल्ली पुलिस द्वारा ही लगाई गई.
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मनीष सिसोदिया ने शेयर किया था वीडियो-
Supreme Court Advocate Alakh Alok Srivastava has filed a criminal complaint in a Delhi court against Delhi Deputy CM Manish Sisodia (file pic) for allegedly spreading fake news that Delhi Police personnel were setting a DTC bus on Fire during Jamia violence. pic.twitter.com/eE693JoyPB
— ANI (@ANI) February 6, 2020
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया ने यह वीडयो अपने ट्वीटर अकाउंट पर शेयर किया था. उन्होंने लिखा था, "चुनाव में हार के डर से बीजेपी दिल्ली में आग लगवा रही है. AAP किसी भी तरह की हिंसा के खिलाफ है. ये बीजेपी की घटिया राजनीति है. इस वीडियो में ख़ुद देखें कि किस तरह पुलिस के संरक्षण में आग लगाई जा रही है."
पूरे मामले में दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि, पुलिस द्वारा आग लगाने की बात पूरी तरह झूठी है. जब भीड़ आग लगा रही थी, तो पुलिस लोगों से पानी मांगकर आग बुझाने का काम कर रही थी. दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने भी कहा था कि, पुलिस ने आग लगाने का नहीं बल्कि बुझाने का काम किया था.