रायपुर. कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के नमूनों की छत्तीसगढ़ में समय से जांच नहीं हो पा रही है, क्योंकि यहां सिर्फ दो ही जांच केंद्र हैं. राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ़ हर्ष वर्धन को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ में नोवेल कोरोना वायरस टेस्टिंग के केंद्रों की संख्या में वृद्धि का आग्रह किया है. मुख्यमंत्री बघेल ने गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री को पत्र लिखकर बताया कि भारत सरकार द्वारा नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण को राष्ट्रीय आपदा घोषित किए जाने के साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इसे संपूर्ण राज्य में संक्रामक रोग घोषित किया गया है.
बघेल ने राज्य के दो कोरोना वायरस जांच केंद्रों का जिक्र करते हुए लिखा है कि इस समय राज्य में केवल दो स्थानों पर कोरोना जांच की सुविधा है. इसलिए इसमें इजाफा किया जाए. रायपुर स्थित डॉ़ भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में कोरोना वायरस की जांच के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं. लिहाजा, इसे जांच के लिए अधिकृत किया जाए. यह भी पढ़े-कोविड-19: देश में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या हुई 2069, पिछले 24 घंटे में 235 नए मामले आए सामने
इस समय रायपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एवं जगदलपुर के स्व़ श्री बलीराम कश्यप स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में ही कोरोना वायरस के नमूनों की जांच की सुविधा है.