कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल का प्रधानमंत्री मोदी से सवाल, पीएम केयर्स फंड से मजदूरों को कितने पैसे दिए
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल (Photo Credit-PTI)

नई दिल्ली: कोरोना संकट (Corona Crisis) और लॉकडाउन (Lockdown) के बीच मजदूरों (Labourers) को लेकर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साधती रही है. इसी कड़ी में अब एक बार फिर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने पूछा है कि पीएम केयर्स फंड (PM CARES Fund) से प्रवासियों को कितना पैसा दिया गया. कपिल सिब्बल ने कहा, मैं प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने पीएम केयर्स फंड से प्रवासी मजदूरों को कितना पैसा दिया? मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि वे मेरे सवाल का जवाब दें. इस दौरान कई लोगों की मौत हुई है. कुछ चलते हुए मर गए, कुछ ट्रेन में मर गए, कुछ भूख से मर गए.

कांग्रेस नेता ने कहा कि चार घंटे में लॉकडाउन लागू करने वाली सरकार को अब मालूम नहीं किस रास्ते जाना है तभी एक एडवाइजरी आती है फिर दूसरी. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पर प्रवासी मजदूरों का आंकड़ा नहीं है. सरकार के पास बस इतना डेटा है कि 28 लाख लोगों की मदद की. यह भी पढ़ें- कोरोना संकट: प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का निर्देश- उनसे नहीं वसूला जाना चाहिए बस या ट्रेन का किराया. 

कपिल सिब्बल ने केंद्र सरकार को घेरा-

कपिल सिब्बल ने कहा, देश में करीब 12 करोड़ प्रवासी मजदूर हैं. सरकार के पास ये डेटा नहीं है. 14 मई तक 73 लोगों की मुखमरी से मौत हुई है. सिब्बल ने कहा कि अगर आप पत्रकार को वल्चर कहेंगे तो मतलब आप अपना कल्चर भूल गए हैं. ये कहना भी सही नहीं कि कुछ हाईकोर्ट समांतर सरकार चला रही है. इस तरह की दलील सरकार का घमंड दिखाती है. कई जजों को बदल दिया जाता है, बेंच बदल जाती है, कोर्ट को इन सब बातों का संज्ञान लेना चाहिए. यह भी पढ़ें- कोरोना संकट: प्रवासी मजदूरों ने कहा-घर वापसी नहीं रही आसान, गांव में उपयुक्त रोजगार की आस.

सिब्बल ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि घमंड के साथ कभी सरकारें नहीं चलती. यह सरकार घमंड में चूर है, लेकिन यह पता नहीं किसी बात का घमंड है. कपिल सिब्बल ने मोदी सरकार के 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के नारे पर तंज कसते हुए कहा कि 'सांप्रदायिकता का साथ, कुछ का विकास और खो गया विश्वास'. सिब्बल ने आगे कहा कि हम एक भारत चाहते हैं और इसके लिए मरते दम तक विरोध करेंगे.

सिब्बल ने कहा, "24 मार्च के पहले सरकार विभेदकारी एजेंडे पर चल रही थी. कोरोना ने उसे बदल दिया और अब सरकार को पता नहीं है देश कैसे चलाना है. प्रधानमंत्री की देश के लोगों के नाम चिट्ठी झूठ का पुलिंदा है. सिब्बल ने उस चिट्ठी का जिक्र किया जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर देशवासियों के नाम जारी किया था.