पटना, 11 सितम्बर: बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 'पत्रों' को लेकर राजनीति गर्म है. पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh) के पत्र लिखकर इस्तीफा दिए जाने के बाद चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद ने जेल से पत्र लिखा. अब इस पत्र को लेकर ही बिहार के मंत्री नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने सवाल उठाते हुए इसे नियम के विरूद्ध बता दिया है. बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने शुक्रवार को यहां पत्रकारों से चर्चा करते हुए जेल से लालू प्रसाद के पत्र लिखने को ही जेल मैनुअल का उल्लंघन बताया है.
जदयू नेता ने कहा, सजायाफ्ता लालू प्रसाद का जेल में दरबार लगाने से मन नहीं भरा तो अब फिर जेल मैनुअल की धारा-999 की धज्जी उड़ा दी, जो स्पष्ट कहता है कि कैदी की ओर से राजनीतिक पत्र व्यवहार नहीं किया जा सकता है. फिर जेल अधीक्षक ने इसकी अनुमति कैसे दी? ये गंभीर मामला है, पर जान लें कानून के हाथ लंबे होते हैं.
उल्लेखनीय है कि पार्टी से नाराज चल रहे राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने लालू प्रसाद को पत्र लिखकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे लालू ने भी जेल से ही रघुवंश को पत्र लिखकर उनको मनाने की कोशिश करते हुए लिख है कि 'आप कहीं नहीं जा रहे हैं.'