Chhattisgarh: स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने किया बड़ा दावा- सीएम भूपेश बघेल 17 तारीख को देंगे इस्तीफा
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने एक सनसनीखेज बयान देकर सियासी पारे को गरमा दिया है. सिंहदेव ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस कुछ समय के बाद अपने पद से इस्तीफा देने वाले है.
रायपुर: वरिष्ठ कांग्रेस (Congress) नेता और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव (TS Singh Deo) ने एक सनसनीखेज बयान देकर सियासी पारे को गरमा दिया है. सिंहदेव ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) बस कुछ समय के बाद अपने पद से इस्तीफा देने वाले है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने अपने समर्थकों को बताया है कि भूपेश बघेल 17 तारीख को सीएम की कुर्सी छोड़ देंगे. इस बीच दोनों नेताओं के आज (16 अगस्त) में दिल्ली में होने की जानकारी मिल रही है. उधर, बघेल गुट के नेताओं ने उनके दावें को भ्रम और अस्थिरता फ़ैलाने वाला बताया है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस में भारी उथल-पुथल! अमित जोगी बोले- टीएस सिंह देव पर हत्या का आरोप लगाने वालों को साफ करना चाहिए कि उनके धागे कौन खींच रहा
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान फ़िलहाल छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन के पक्ष में नहीं है. कांग्रेस ने इस बात के साफ संकेत दिए है कि छत्तीसगढ़ में पार्टी नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. पहले ही टीएस सिंहदेव दिल्ली जा चुके है, लेकिन आलाकमान ने उन्हें मुलाकात तक का वक्त नही दिया था. उनकी राहुल गांधी से भी मुलाकात नही हो सकी. यहां तक की कांग्रेस ने उन्हें अनावश्यक बयानबाजी से परहेज करने की भी सलाह दी.
पहले भी रहा है विवादों से नाता
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जगह लेने के लिए महीनों से पैरवी कर रहे सिंह देव पर उनकी ही पार्टी के नेताओं द्वारा अंबिकापुर कस्बे में रामानुजगंज कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर हमला कराने का आरोप लगाया गया है.
बीते महीने मानसून सत्र के दौरान इस मुद्दे पर छत्तीसगढ़ विधानसभा में हंगामा भी हुआ था. जिसके बाद टी एस सिंहदेव ने कहा कि वह विधानसभा की कार्यवाही से तब तक दूर रहेंगे जब तक कि सरकार उनकी पार्टी के एक वरिष्ठ आदिवासी विधायक द्वारा उन पर लगे आरोपों के संबंध में हवा नहीं दे देती.
क्या था मामला?
अंबिकापुर में बृहस्पति सिंह के काफिले में विधायक के वाहनों से उनकी गाड़ी को, ओवरटेक करने के बाद तीन युवकों ने वाहन पर हमला कर दिया. उनमें से एक सिंह देव का रिश्तेदार निकला. पुलिस ने मामला दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया था. उधर, विपक्ष के नेता धर्मलाल कौशिक ने इसे एक 'गंभीर मामला' बताते हुए जांच की मांग की थी, क्योंकि सत्तारूढ़ दल के एक विधायक ने एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री के हाथों अपनी जान को खतरा होने का आरोप लगाया था.