Land For Job Scam: CBI ने लालू यादव से 5 घंटे की पूछताछ, जानें नौकरी के बदले जमीन घोटाले की हर एक डिटेल
पूछताछ के दौरान, एक कमरे में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री को कुछ दस्तावेज दिखाये गये. वह गुर्दा(किडनी) प्रतिरोपण के बाद से उस कमरे में पृथक रूप से रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जा रही है.
नयी दिल्ली, 7 मार्च: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने ‘नौकरी के बदले जमीन घोटाला’ (Land For Job Scam) मामले की जांच के तहत मंगलवार को पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद से दो सत्रों में करीब पांच घंटे पूछताछ की. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
यह मामला, लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री के पद पर रहने के दौरान उनके परिवार को तोहफे में भूखंड प्राप्त होने या इसे बेचने के बदले में लोगों को रेलवे में कथित तौर पर नौकरी दिये जाने से संबद्ध है. UP: यूपी के बांदा में मुख्तार अंसारी के समर्थकों के घरों को तोड़ा गया
अधिकारियों के मुताबिक, सीबीआई के पांच अधिकारियों की एक टीम मंगलवार को दो कार में सवार होकर पूर्वाह्न करीब 10 बजकर 40 मिनट पर इंडिया गेट के पास पंडारा पार्क स्थित प्रसाद की बेटी एवं राज्यसभा सदस्य मीसा भारती के आवास पर पहुंची, जहां पूर्व रेल मंत्री (प्रसाद) अभी रह रहे हैं.
जांच एजेंसी की टीम अपराह्न करीब 12 बजकर 55 मिनट पर भोजन करने के लिए चली गई.
पूछताछ अपराह्न करीब सवा दो बजे फिर से शुरू हुई, जो शाम सवा पांच बजे तक जारी रही.
अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ के दौरान, एक कमरे में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री को कुछ दस्तावेज दिखाये गये. वह गुर्दा(किडनी) प्रतिरोपण के बाद से उस कमरे में पृथक रूप से रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जा रही है.
नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामला
ये घोटाला उस समय का है, जब लालू यादव रेल मंत्री थी. दावा है कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहने के दौरान रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनसे जमीन ली थी. लालू यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री थे. मामले में पिछले साल 10 अक्टूबर को सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें 16 लोगों को आरोपी बनाया गया था.
सीबीआई का आरोप है कि लालू प्रसाद यादव जब रेल मंत्री थे, तब उन्होंने ग्रुप डी में सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती के बदले जमीनें लीं और इन्हें अपने परिवार के नाम पर खरीदा गया. लालू यादव जब रेल मंत्री थे, तो उन्होंने जमीन के बदले सात अयोग्य उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी दी.
लालू की बेटी CBI पर भड़की
सिंगापुर में रहने वाली प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने प्रसाद से की जा रही सीबीआई की पूछताछ को लेकर एक ट्वीट में अपना गुस्सा जाहिर किया. उन्होंने कहा, ‘‘पापा को ये लोग तंग कर रहे हैं, अगर उनके तंग करने के कारण उन्हें ज़रा भी परेशानी होगी तो दिल्ली की कुर्सी हिला देंगे. अब बर्दाश्त करने की सीमा जवाब दे रही है.’’
राबड़ी देवी से भी हुई पूछताछ
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले, सीबीआई ने राष्ट्रीय जनता दल(राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद की पत्नी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से उनके पटना स्थित आवास पर करीब पांच घंटे तक पूछताछ की थी.
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत प्रसाद, राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ एक आरोप पत्र दाखिल किया था और सभी आरोपियों को 15 मार्च को अदालत में पेश होने के लिए सम्मन भेजा गया है.
उन्होंने कहा कि यह पूछताछ ‘‘आगे की जांच’’ के तौर पर की जा रही है, जिसमें जांच एजेंसी धन के लेन-देन और वृहद साजिश का पता लगाने की कोशिश कर रही है. प्रसाद को अदालत ने चारा घोटाला मामले में दोषी ठहराया था. सोमवार को राबड़ी से पूछताछ किये जाने की विपक्षी दलों ने तीखी आलोचना की थी.
तेजस्वी यादव ने साधा निशाना
प्रसाद के छोटे बेटे एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि उनका परिवार केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का लगातार विरोध करता रहा है और यही कारण है कि सीबीआई की टीम पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर पहुंची.
प्रियंका गांधी का मिला साथ
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने एक ट्वीट में कहा था,‘‘जो विपक्षी नेता भाजपा के सामने झुकने को तैयार नहीं हैं, उन्हें ईडी-सीबीआई के जरिये प्रताड़ित किया जा रहा है. आज राबड़ी देवी जी को परेशान किया जा रहा है. लालू प्रसाद जी व उनके परिवार को वर्षों से प्रताड़ित किया जा रहा है, क्योंकि वे झुके नहीं. भाजपा विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है.’’
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