अगार:- उत्तर प्रदेश (UP) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गुरुवार को आगरा रैली के दौरान कहा कि यूपी पुलिस नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन से आने अंदाज में निपटेगी. उन्होंने कहा कि सभी को अपनी बात रखने और विरोध करने का अधिकार है, लेकिन इसके बहाने देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने की स्वतंत्रता किसी के पास नहीं है. उन्होने कहा कि सिमी और पीएफआई ( SIMI & PFI) के आदेश जो लोग आग लगा रहे थे उन्होंने अब महिलाओं को आगे कर दिया है. क्योंकि उन्हें यह पता चल गया है कि उनकी संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा सरकार और प्रशासन अपनी शैली में इसका हल ढूंढेगा.
आगरा में दौरान बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि आजकल बड़े-बड़े दलित नेता CAA का विरोध कर रहे हैं, उनको मालूम नहीं है कि जो लोग भारत में आए हैं उनमें 70% दलित हैं। जिनको भारत में रहने का अधिकार दिया है, उनको नागरिकता दी है. दलित नेता और कांग्रेस पार्टी कुछ भी CAA के बारे में नहीं जानती है, सिर्फ भ्रम फैला रही है। इनकी राजनीति समाप्त हो चुकी है, इनको समझ में आ गया है कि देश बदल चुका है, मोदी जी के नेतृत्व में तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है. कांग्रेस पार्टी कहती है कि सीएए में लोगों की नागरिकता छिन जाएगी जबकि सीएए में नागरिकता दी जाती.
गौरतलब हो कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में सबसे ज्यादा हिंसा उत्तर प्रदेश में देखने को मिली थी. लिहाजा भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उत्तर प्रदेश में विशेष जन जागरण अभियान चलाने का फैसला किया है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 21 जनवरी को लखनऊ में एक जनसभा को संबोधित की. वहीं दूसरी रैली अवध क्षेत्र में पूरी की. उनके अलावा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पश्चिम क्षेत्र में मेरठ में 22 जनवरी को रैली, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी 20 जनवरी, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 19 जनवरी को रैली कर चुके हैं.