पटना: नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act) के विरोध में भड़की चिंगारी ने विकराल रूप धारण कर लिया है. असम और दिल्ली से होते हुए इस एक्ट (CAA Protest) के विरोध की लपटें देश के कई हिस्सों तक फैल चुकी हैं. देशभर के विभिन्न इलाकों से नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में हिंसक विरोध प्रदर्शन, झड़प, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और अगजनी की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. इन हिंसक विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए कई जगहों पर धारा 144 लागू की गई है.हिंसक विरोध की इन घटनाओं के बीच बिहार (Bihar) के सीएम नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने गया में एक कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों को यह भरोसा दिलाया है कि उनके साथ कुछ भी गलत नहीं होगा.
गुरुवार को गया (Gaya) में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने कहा कि हम इस बात के बारे में नहीं सोचते हैं कि कोई किस वजह से किसको भड़काता है. हम समाज के हर वर्ग के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि मैं आपसे एक-दूसरे के लिए सद्भाव, बंधुत्व और सम्मान बनाए रखने की अपील करता हूं. मैं इस बात की गारंटी देता हूं कि अल्पसंख्यकों के साथ कुछ गलत नहीं किया जाएगा.
अल्पसंख्यकों को नीतीश कुमार का आश्वासन
Bihar CM Nitish Kumar in Gaya: We don't think about who instigates whom for what reason, we are committed to work for every section of society. I appeal you to maintain harmony, fraternity & respect for one another. I guarantee that no wrong will be done to the minorities. pic.twitter.com/n7FuByx4me
— ANI (@ANI) December 19, 2019
बता दें कि हाल ही में पटना शहर में सीएम नीतीश कुमार के ऐसे पोस्टर लगाए गए थे, जिनमें उन्हें लापता और अदृश्य मुख्यमंत्री बताया गया. पूरे पटना शहर में सीएम नीतीश कुमार की तस्वीरों वाले पोस्टर लगाए गए थे, जिनमें नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) पर नीतीश कुमार के मौन रहने को लेकर निशाना साधा गया था. यह भी पढ़ें: पटना में लगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लापता होने के पोस्टर, CAB और NRC पर चुप्पी को लेकर साधा गया निशाना
गौरतलब है कि संसद के दोनों सदनों में नीतीश कुमार की जेडीयू ने नागरिकता संशोधन बिल के पक्ष में वोट किया था, जिसे लेकर पार्टी के भीतर विरोध के स्वर उठने लगे थे. दरअसल, जेडीयू के कई नेताओं ने इस बिल का विरोध किया था. इस बिल के पक्ष में वोट देने वाले नीतीश कुमार अब यह आश्वासन दे रहे हैं कि अल्पसंख्यकों के साथ कुछ गलत नहीं होने दिया जाएगा.