By-Elections 2021: देशभर में 14 राज्यों में 29 विधानसभा सीटों पर शनिवार को उपचुनाव होंगे. वहीं दादरा और नगर हवेली, हिमाचल प्रदेश की मंडी और मध्य प्रदेश में खंडवा की लोकसभा सीट पर उपचुनाव होंगे. जिस पर देशभर की सभी राजनीतिक दलों की नजर रहेंगी. इसमें से 10 सीटों पर बीजेपी जीतने की उम्मीद लगाए हुए है. जिसके नतीजे 2 नवम्बर को आएंगे. हिमाचल प्रदेश- एक लोकसभा सीट- तीन विधानसभा है. वहीं हिमाचल में एक संसदीय और तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. सत्ताधारी पार्टी बीजेपी में मंडी संसदीय सीट से कारगिल युद्ध के नायक ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) खुशाल सिंह ठाकुर को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस से पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह चुनावी मैदान में है. हिमाचल में मुख्यतौर पर कांग्रेस और भाजपा के बीच टक्कर है.
जुब्बल कोटखाई विधानसभा सीट से बीजेपी की नीलम सरायक और कांग्रेस से पूर्व विधायक रोहित ठाकुर को मैदान में हैं. वहीं अर्की से रतन सिंह पाल बीजेपी के उम्मदवार हैं और कांग्रेस ने पार्टी महासचिव संजय अवस्थी को मैदान में उतारा है। फतेहपुर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा ने दिवंगत सुजान सिंह पठानिया के पुत्र भवानी सिंह पठानिया को मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस ने बलदेव ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है. यह भी पढ़े: By-Elections 2021: लोकसभा की 3 और विधानसभा की 29 सीटों के लिए मतदान कल, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
बिहार उपचुनाव- दो विधानसभा की सीटों पर (तारापुर और कुशेश्वर स्थान)
बिहार के तारापुर (मुंगेर) और कुशेश्वर स्थान (दरभंगा) दो विधानसभा सीटों पर शनिवार को उपचुनाव है। कुशेश्वर स्थान से विधायक शशि भूषण हजारी और तारापुर में मेवालाल चौधरी की मौत के बाद वहां उपचुनाव कराए जा रहे है. कुशेश्वर स्थान से जदयू ने दिवंगत विधायक शशि भूषण हजारी के बेटे अमन हजारी को कुशेश्वर स्थान से मैदान में उतारा है. जेडीयू ने राजीव कुमार सिंह (ओबीसी कुशवाहा) को मैदान में उतारा है. वहीं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने राजपूत चंदन सिंह को उम्मीदवार बनाया है और कांग्रेस ने राजेश मिश्रा और पूर्व विधायक पूर्व विधायक अशोक राम के बेटे अतीरेक कुमार को मैदान में उतारा है. यहां जेडीयू-आरजेडी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है.
कर्नाटक- दो विधानसभा की सीटों पर
कर्नाटक में हनागल और सिंदगी सीटों पर उपचुनाव होंगे. इसे भाजपा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के लिए पहली चुनावी परीक्षा के रूप में देखा जा रहा है, जिन्होंने 28 जुलाई को बी एस येदियुरप्पा की जगह ली थी. हावेरी में कांग्रेस ने श्रीनिवास माने को मैदान में उतारा, जो 2018 मात्र 6,000 मतों के अंतर से हार गए थे.
तेलंगाना- एक विधानसभा सीट (हुजूराबाद)
तेलंगाना की हुजुराबाद विधानसभा सीट पर उपचुनाव हैं. जिसे लेकर कांग्रसे इसे देश का संबसे महंगा उपचुनाव करार दे चुकी है। यहां टीआरएस- बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला है.
राजस्थान- दो विधानसभा की सीटों पर उपचुनाव (वल्लभनगर और धारियावाड़)
राजस्थान में वल्लभनगर और धारियावाड़ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. मौजूदा विधायकों के निधन के बाद उपचुनाव कराया जा रहा है. यहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला है. वल्लभनगर सीट से कांग्रेस ने दिवंगत विधायक गजेंद्र सिंह शक्तिवत की पत्नी प्रीति शक्तिवत को प्रत्याशी बनाया है, वहीं भाजपा ने हिम्मत सिंह झाला को मैदान में उतारा है.
महाराष्ट्र- एक विधानसभा की सीट (देगलुर)
महाराष्ट्र में एक विधानसभा की सीट देगलुर में उपचुनाव है इस सीट से कांग्रेस ने रावसाहेब अंतापुरकर के बेटे जितेश अंतापुरकर को मैदान में उतारा है, जिनकी मृत्यु की वहज से चुनाव हो रहे हैं। वहीं भाजपा ने शिवसेना के पूर्व विधायक सुभाष सबने को उम्मीदवार बनाया है.
हरियाणा
हरियाणा में एलेनाबाद सीट पर उपचुनाव है। यहां इनेलो, भाजपा-जजपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है.
असम- पांच विधानसभा की सीटों पर
पांच विधानसभा क्षेत्रों गोसाईगांव, तामूलपुर, भबनीपुर, मरियानी और थौरा पर मतदान है। सत्तारूढ़ भाजपा ने पांच में से तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं जबकि दो पर यूपीपीएल के साथ गठबंधन में है। कांग्रेस ने सभी पांचों में प्रत्याशी उतारे हैं।
आंध्र प्रदेश- एक विधानसभा सीट (बडवेल)
आंध्र प्रदेश बडवेल विधानसभा सीट पर बीजेपी और वाईएसआरसी आमने-सामने हैं। सत्तारूढ़ वाईएसआरसी ने दिवंगत विधायक डॉ वेंकटसुब्बैया की पत्नी डॉ डी सुधा को मैदान में उतारा है.
मेघालय- 3 विधानसभा की सीट (मावरिंगनेंग- मावफलांग- राजाबाला)
मेघालय में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतान्त्रिक गठबन्धन और भाजपा साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि विपक्ष दल कांग्रेस ने तीनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
पश्चिम बंगाल- 4 विधनसभा की सीट (खरदाहा, शांतिपुर, दिनहाटा और गोसाबा)
बंगाल में खरदाहा, शांतिपुर, दिनहाटा और गोसाबा में उपचुनाव होंगे. यहां गोसाबा और खरदाहा में, दो टीएमसी विधायकों की मृत्यु के बाद चुनाव हो रहे हैं.