नई दिल्ली: राफेल मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच टकराव थमता नहीं दिख रहा है और बीजेपी ने सोमवार को एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा राफेल (Rafale) मामले को उठाना सिर्फ दिखावा है. पार्टी ने कहा कि वास्तव में वह राफेल विरोधी लॅाबी के दबाव में काम कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि राफेल सौदे के संबंध में मीडिया में एक महत्वपूर्ण खबर आई है और इससे स्पष्ट होता है कि क्यों कांग्रेस और राहुल गांधी राफेल का इतना विरोध कर रहे हैं.
उन्होंने सवाल किया, "क्या राफेल का इसलिये विरोध हो रहा है क्योंकि यूरोफाइटर के लॉबिस्ट का दबाव था? " प्रसाद ने बोफोर्स, पनडुब्बी घोटाला और अगस्ता वेस्टलैंड मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस के समय में ऐसा कोई भी रक्षा सौदा नहीं हुआ जिसमें "सौदेबाजी नहीं हुई हो". उन्होंने कहा कि इसके बाद भी एक राष्ट्रीय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बार बार 'झूठ' बोलने में लगे हुए हैं. प्रसाद ने कहा कि क्रिश्चन मिशेल (Christian Michel) और हस्के से जुड़े जो दस्तावेज मिले हैं, वे विस्फोटक हैं. वे यूरोफाइट के बिचौलिये के रूप में भी काम कर रहे थे.
ऐसे लोग तब के पदाधिकारियों, प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री एवं एक बहुचर्चित परिवार को जानते रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्यों एक के बाद एक रक्षा दस्तावेजों में एक परिवार का नाम आता है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी से तीन सवाल पूछना चाहते हैं.. जब 2011..12 में राफेल में निविदा में कीमत सबसे कम थी तब इस सौदे पर वार्ता के आठ..नौ साल बाद केवल इसलिये अंतिम रूप नहीं दिया गया क्योंकि यूरोफाइटर के लिये लॉबिंग हो रही थी. किसके दबाव में पुनर्विचार की बात कही गई.
उन्होंने सवाल किया कि क्या राहुल इसलिये राफेल का विरोध कर रहे हैं क्योंकि यूरोफाइटर के लिये लॉबिस्ट का दबाव था? क्या कोई कमीशन नहीं मिला था ? प्रसाद ने पूछा कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी कब तक देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करेंगे. बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि जब वायु सेना को विमान की जरूरत है, पड़ोसी देश अपनी वायु सेना को मजबूत बना रहे हैं तब वायु सेना के मनोबल को तोड़ने का प्रयास क्यों हो रहा है ? कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि राफेल मामले को उठाना और इस पर विरोध सिर्फ दिखावा है तथा राहुल, राफेल के विरोधियों के दबाव में काम कर रहे हैं.