लालू परिवार में कलह! तेज प्रताप ने किया ट्वीट- ऐ अंधेरे देख ले मुंह तेरा काला हो गया.. जानें RJD में मचे घमसान का साइड इफेक्ट
RJD नेता तेजस्वी और तेजप्रताप यादव (Photo Credits: Facebook)

पटना: लालू प्रसाद के दोनों बेटों के बीच जारी अनबन बढ़ती जा रही है. इस बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने 20 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है. जिसमें आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav), मीसा भारती (Misa Bharti) और राबड़ी देवी (Rabri Devi) का नाम नहीं है. इस वजह से बिहार (Bihar) के प्रमुख राजनीतिक दलों में से एक आरजेडी के भीतर आंतरिक खींचतान बढ़ गई है. उधर, मां और बहन के साथ ही अपना नाम हटाए जाने पर पार्टी के नेता तेज प्रताप यादव ने नाराजगी जताई है और छोटे भाई तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर निशाना साधा है.

आरजेडी विधायक तेज प्रताप ने ट्वीट में लिखा “ऐ अँधेरे देख ले मुँह तेरा काला हो गया. माँ ने आँखें खोल दीं घर में उजाला हो गया… मेरा नाम रहता ना रहता मां और दीदी का नाम रहना चाहिए था… इस गलती के लिए बिहार की महिलाएं कभी माफ नहीं करेगीं,दशहरा में हम मां की ही अराधना करतें हैं ना जी…”

उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा की दो सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए आरजेडी ने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है. आरजेडी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी द्वारा हस्ताक्षरित सूची में 20 नाम शामिल हैं जिनमें पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद भी शामिल हैं, जो अब जेल से बाहर हैं और यदि उनका स्वास्थ्य अनुमति देता है तो वह तारापुर और कुशेश्वर अस्थान से अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर सकते हैं.

जगदानंद सिंह का नाम भी गायब!

आरजेडी के स्टार प्रचारकों की सूची में लालू की पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, लालू की बड़ी बेटी मीसा भारती और बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के आलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का नाम भी शामिल नहीं है. हालांकि आरजेडी के सूत्रों ने बताया कि सूची में उन्हीं लोगों का नाम शामिल किया गया, जिन्होंने अपनी सहमति दी है.

कांग्रेस हुई खफा!

बिहार में विपक्षी महागठबंधन में शामिल कांग्रेस आरजेडी के तारापुर और कुशेश्वर अस्थान के उम्मीदवारों की एकतरफा घोषणा से कांग्रेस खफा हो गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक राम ने हाल ही में पत्रकारों से कहा कि वह तेज प्रताप को कांग्रेस के प्रचार अभियान में शामिल करने की कोशिश करेंगे. नीतीश कुमार की जेडीयू ने पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में ये दोनों सीटें जीती थीं.

इस बीच जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार के कांग्रेस में जाने से नाराज महागठबंधन में शामिल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और भाकपा माले ने आगामी उपचुनावों में आरजेडी को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है

बीजेपी को मिला मौका!

बीजेपी की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता निखिल आनंद ने निशाना साधते हुए कहा कि बिहार विधानसभा उपचुनाव में आरजेडी के स्टार प्रचारकों की सूची से तेजप्रताप यादव और मीसा भारती को निकाल दिया गया, जो सीधा इशारा है कि ये दोनों अपना अलग रास्ता तलाश लें. उन्होंने कहा, ‘‘तेजप्रताप तो आरजेडी से बाहर हो गये हैं. मीसा भारती का लोकसभा टिकट कटना तय है और उन्हें राज्यसभा में दुबारा नहीं भेजा जाएगा. मीसा जी अपना नया ठिकाना ढूंढ लें.’’

निखिल ने लालू परिवार पर आरजेडी के वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि किसी भी राजनीतिक दल के प्रदेश अध्यक्ष की इससे ज्यादा बेईज्जती क्या होगी कि उसे विधानसभा के उपचुनाव में प्रचार के लायक ही नहीं समझा गया.