पटना: बिहार (Bihar) में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) के पहले चरण का मतदान कड़ी सुरक्षा के बीच जारी है. शुक्रवार को सुबह सात बजे से मतदान शुरू हुआ. कई जगहों पर छिटपुट हिंसा, ईवीएम या बायोमेट्रिक में खराबी या इंटरनेट में दिक्कत की वजह से मतदान में रूकावट आई. खबर है कि औरंगाबाद में हंगामा और गोलीबारी अकरने के आरोप में पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनमें मुखिया प्रत्याशी का पति भी शामिल है. जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बिसैनी गांव में मतदान के दौरान उपद्रव हुआ. पथराव के चलते कुछ समय के लिए मतदान रोकना पड़ा. हालांकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिती को संभाला. वहीं, नक्सल प्रभावित अति संवेदनशील क्षेत्र माने जाने वाले बेलागंज के कई इलाकों में इंटरनेट नहीं होने की वजह से वोटिंग में परेशानी हुई. दलितों की गरिमा के मुद्दे पर जीतन राम मांझी और बिहार BJP आमने-सामने
ईवीएम या बायोमेट्रिक में तकनीकी खामी के कारण भभुआ जिले के कुदरा प्रखंड, कैमूर के शेखपूरवा मतदान केंद्र पर, रोहतास जिले के दावथ प्रखंड में, मुंगेर जिले के तारापुर के बेलाडीह पंचायत में, गोविंदपुर प्रखंड में, कैमूर जिले की सलथुआ पंचायत के मतदान केंद्र पर कुछ समय के लिए मतदान बाधित रहा. हालांकि दुर्गम और दूरस्थ एवं नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से मतदान जारी है. जहां, भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया हैं.
पहले चरण में 10 जिलों के 12 प्रखंडों में मतदान
पहले चरण में 10 जिलों के 12 प्रखंडों में मतदान चल रहा है. राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक आज रोहतास जिले के दावथ और संझौली, कैमूर जिले के कुदरा, गया के बेलागंज व खिजरसराय, नवादा के गोविंदपुर, औरंगाबाद के औरंगाबाद, जहानाबाद के काको, अरवल के सोनभद्र-बंशी-सूर्यपुर, मुंगेर के तारापुर, जमुई के सिकंदरा और बांका जिले के धोरैया प्रखंड में चुनाव कराया जा रहा है. वोटिंग शाम पांच बजे तक होगी.
858 पदों पर उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ
पहले चरण में 15,328 उम्मीदवारों ने विभिन्न पदों के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया है, जिनमें से 858 पदों पर उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है. जबकि 72 पदों पर किसी भी उम्मीदवार ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया. पहले चरण के मतदान के लिए लिए 1,609 मतदान भवनों में 2119 मतदान केंद्र बनाए हैं.
धांधली रोकने के लिए विशेष व्यवस्था
इस बार चुनाव आयोग ने किसी भी प्रकार की धांधली रोकने के लिए मतगणना से लेकर वोटो की गिनती तक को लेकर विशेष व्यवस्था की है. मतगणना स्थल के संग्रहण केंद्र पर पंचायत के अनुसार काउंटर बनाया है. वोटिंग से जुड़ी समस्याओं और जानकारी के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. पहले चरण के मतदान समाप्त होने के एक दिन बाद मतगणना कराई जाएगी.
उल्लेखनीय है कि पहले प्रखंड स्तर पर मतगणना होती थी, लेकिन इस बार व्यवस्था बदल गई है. पंचायत चुनाव में पहली बार मतगणना जिला मुख्यालयों या अनुमंडल मुख्यालयों में होगी. मतदान के बाद ईवीएम और मतपेटिका को वज्रगृह में डिजिटल लॉक किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि राज्य में 11 चरणों में पंचायत के चुनाव होने हैं. सभी जगहों पर मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे.