Bihar Assembly Elections 2020: बिहार में सीटों के बंटवारे पर अब भी NDA और महागठबंधन फंसा है पेच, ये राह नहीं होगी आसान
अमित शाह, तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार (Photo Credits: PTI)

Bihar Assembly Elections 2020: चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित कर दिया है. इसके साथ ही चुनावी दंगल अपने अंतिम रूप लेने लगा है. इस बार के चुनाव में सतारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी दलों के राजद नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच है. चुनावी पृष्ठभूमि तैयार है और अब उसपर चेक-मेटे की दाव चलनी है. लेकिन NDA हो या महागठबंधन दोनों में अभी सीटों के बंटवारे को लेकर रस्साकसी जारी है. अगर बात नहीं बनी तो आने वाले समय में कभी कंधे से कंधा मिलाकर लड़ने वाले दोस्त बगावत का बिगुल बजा सकते हैं. सबसे पहले एनडीए की बात करते हैं. इसमें बीजेपी-JDU और LJP शामिल हैं. लेकिन काफी दिनों से LJP नेता चिराग पासवान और JDU के बीच ठीक नहीं चल रहा है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि चिराग पासवान बीजेपी पर तो नहीं लेकिन नीतीश कुमार पर टिप्पणी करते नजर आए.

एनडीए में टिकट के बंटवारे को लेकर LJP अब भी अड़ी है. वहीं बीजेपी और JDU को भी आपस में सीटों का बंटवारा करना है. ताकि उनका तालमेल बना रहे है. नीतीश कुमार की पकड़ और उनकी पार्टी अधिक सीट पर मैदान में उतर सकती है. जबकि बीजेपी दूसरे नंबर होगी. लेकिन इस बीच चिराग पासवान को क्या उनके मन मुताबिक सीट मिलेंगी. या फिर उन्हें भी इनका साथ छोड़कर अकेले मैदान में कूदना होगा. वैसे सूत्रों की माने तो LJP के नेता चिराग पासवान में भावी मुख्यमंत्री देख रहे हैं और पार्टी 143 सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना रही है. जो इशारा करता है कि NDA की ये राह नहीं आसान. यह भी पढ़ें:- Bihar Assembly Elections 2020: बिहार चुनाव को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत का तंज, बोले- अगर मुद्दे खत्म हो गए हैं तो मुंबई से पार्सल किए जा सकते हैं.

अब महागठबंधन पर नजर डालें तो इसमें पहले ही फूट पड़ चुकी है, HAM मुखिया जीतन राम मांझी ने पहले ही इनका साथ छोड़ दिया है. उन्हें इस चुनाव में NDA रास आया है. वहीं कांग्रेस-आरजेडी- आरएलएसपी (RLSP ) के बीच सब ठीक नहीं है. दरअसल अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने बगावती सुर पहले ही बुलंद कर दिया है. उन्हें RJD रास नहीं आ रही है. यहां तक तेजस्वी यादव के खिलाफ तो उनके दल ने खुलकर बोलना भी शुरू कर दिया है. अभी महागठबंधन में सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है. माना जा रहा है कि अगर इनमे बात नहीं बनी तो फूट पड़ना तय है.