भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने झारखंड (Jharkhand) विधानसभा चुनाव समाप्त होने के बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. भाजपा आलाकमान ने दिल्ली के लिए खास रणनीति बनाई है. दिल्ली विधानसभा का चुनाव अगले महीने होना है, जिसकी तारीखों की घोषणा कभी भी हो सकती है. भाजपा (BJP) ने ऐसे में चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देने का काम शुरू कर दिया है. इस बाबत पार्टी के केंद्रीय संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष ने भाजपा की दिल्ली इकाई के नेताओं के साथ गुरुवार शाम एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें 10 सूत्री कार्ययोजना पर तुरंत अमल किए जाने का निर्णय लिया गया.
बैठक के बाद बी.एल. संतोष (B. L. Santosh) की तरफ से नेताओं को भेजे गए कार्ययोजना पत्र के अनुसार, सभी नेताओं को कहा गया है कि मंडल स्तर पर सभी को बताया जाए कि जहां झुग्गी बस्ती है, वहां झुग्गीवासियों को मकान बनाकर दिए जाएंगे. पत्र में दिल्ली के बाहर से आए पार्टी के 100 कार्यकर्ताओं को विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी काम में लगाए जाने, सोशल मीडिया के प्रबंधन पर ध्यान देने और हरेक मंडल में कार्यशाला आयोजित करने की बात कही गई है. इस काम में मंडल स्तर के भाजपा नेताओं की भागीदारी तय करने का निर्णय लिया गया है.
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बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि दिल्ली सरकार के खिलाफ एक आरोप-पत्र जारी किया जाए, जिसे हर हाल में 28 से 31 दिसंबर के बीच मोर्चा, प्रकोष्ठ, विभाग और प्रकल्प के बीच वितरित किया जाए. इसके बाद घर घर तक इस आरोप-पत्र को बंटवाया जाए. इस महीने के अंत में दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में दिल्ली के व्यापारियों की एक बड़ी रैली आयोजित करने का निर्णय भी बैठक में लिया गया है, जिसमें केंद्रीय स्तर के नेता भाग लेंगे.
बैठक में यह भी तय किया गया कि अगले साल दो से 15 जनवरी के बीच दिल्ली के सभी विधानसभा क्षेत्रों में वीडियो रथ निकाला जाए, जिसके जरिए जनता से संवाद, सुझाव और मत संग्रह किया जाए. इस बीच, भाजपा के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं का पंच परमेश्वर कार्यक्रम भी आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. यह आयोजन दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में किया जा सकता है.
इसके साथ ही दिल्ली के नेताओं को बैठक में यह भी कहा गया कि नागरिकता कानून पर विपक्ष और आम आदमी पार्टी की सरकार की गुमराह करने वाली राजनीति का पदार्फाश किया जाए, और इसके लिए छह, सात और आठ जनवरी को बूथ स्तर पर विशेष अभियान चलाया जाए.